आगरा। एक एनआरआई बुजुर्ग न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। कई बार पुलिस के आला अधिकारियों से मुलाकात कर चुका है, प्रशासनिक अधिकारियों से भी गुहार लगा चुका है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब बुजुर्ग ने ऐलान किया है कि अगर उसे स्थानीय स्तर पर इंसाफ नहीं मिलेगा तो मजबूरन होकर उसे सीएम आवास पर भूख हड़ताल पर बैठना होगा। वहां पर भी सुनवाई नहीं हुई तो आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएगा।
4 साल से बुजुर्ग न्यूजीलैंड में
पीड़ित बुजुर्ग योगेंद्र कुमार ने बताया कि वह पिछले 4 साल से अप्रवासी भारतीय के रूप में न्यूजीलैंड में रह रहे हैं। यहां पर उनकी पैतृक संपत्ति थी लेकिन उस पैतृक संपत्ति को परिवार के लोगों ने ही धोखाधड़ी कर अपने नाम करा लिया। इसकी जानकारी उन्हें अपने सगे संबंधियों से हुई तो वह अपनी संपत्ति बचाने के लिए भारत लौट आए। अब वह लगातार पुलिस और प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई उचित कार्रवाई नहीं हो रही। पुलिस आयुक्त ने मौखिक रूप से थाना बरहन को इस संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे लेकिन उन्होंने भी मुकदमा लिख के इतिश्री कर दी।
करोड़ों की है संपत्ति
पीड़ित योगेंद्र ने बताया कि उनकी पैतृक संपत्ति कृषि भूमि जिसका रकबा 2.4321 है। कूट रचित दस्तावेज तैयार करके उनके बड़े भाई उनके भतीजे ने हड़प ली है। भतीजे ने फर्जी तरीके से संगीता कुलश्रेष्ठ के नाम घर का पूरा फर्जी बैनामा करा लिया जबकि इस पैतृक संपत्ति में पांच रिश्तेदार हैं क्योंकि वह पांच भाई बहन है। दूसरी ओर पैतृक कृषि भूमि की भी यही स्थिति कर दी है। पैतृक कृषि भूमि की कीमत इस समय लगभग एक करोड़ 22 लाख रुपए है लेकिन उसे मात्र ₹10 लाख में ही खरीद दिखा दी है।
सीएम आवास पर भूख हड़ताल
पीड़ित योगेंद्र ने कहा कि स्थानीय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई ना होने पर वह 30 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंचेंगे और यहां पर भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। अगर यहां पर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं होती तो वह मजबूरन आत्मदाह कर लेंगे जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन और सरकार की होगी।