आगरा 20 जुलाई।नवकार साधक अर्हम आराधक विचक्षण मुनि एवं उनके अनुगामी संत प्रवचन प्रभावक उदितमुनि, युवा मनीषी जागृत मुनि, महाराष्ट्र केसरी पराग मुनि , सरलमना मनोहर मुनि एवं प्रसन्नमना संयम मुनि ने आगरा में भव्य मंगल प्रवेश किया। श्री चंदन भवन न्यू राजा की मंडी से सैकड़ों भक्तजनों के साथ भव्य शोभा यात्रा के साथ जैन मुनियों का मंगल प्रवेश राजा की मंडी महावीर भवन स्थानक में हुआ।
जैन धर्म की जय जयकार नारों के बीच सैकड़ों जैन धर्म प्रेमियों ने जैन संतों का स्वागत और अभिनंदन किया।महावीर भवन में मंगल प्रवेश के बाद एक धर्म सभा का आयोजन किया गया। इन संतों का इस वर्ष का चातुर्मास आगरा के श्री संघ को प्राप्त हुआ है।
मन को शांत रखना सबसे बड़ी तपस्या: जैन मुनि विचक्षण मुनि
आगरा में अपने अनुगामी पांच जैन मुनियों के साथ मंगल प्रवेश के बाद जैन संत विचक्षण मुनि जी महाराज ने महावीर भवन स्थानक में श्रावकों को संबांधित करते हुए कहा कि अपने मन को शांत रखना सबसे बड़ी तपस्या है। इसके लिए तप, उपवास, आयंबिल, एकासना से सहन शीलता बनी रहती रहती है, शरीर स्वस्थ रहता है। यदि हम अपने जीवन को सुंदर और व्यावहारिक बनाए तो जीवन सुखी रहेगा और मंगल ही मंगल होगा।
इससे पूर्व जैन संतों का मंगल प्रवेश पर अभिनंदन और स्वागत करते हुए संघ के सह मंत्री अनिल जैन, सुरेश जैन सोनी, कोषाध्यक्ष आदेश जैन, विवेक कुमार जैन, सुलेखा सुराना ,सरिता सुराना ने अपने भावपूर्ण उदगार व्यक्त किए।
खेरागढ़ में चातुर्मास करने वाले जैन संत धैर्य मुनि की सांसारिक बेटी खुशबू ने गुरुजनों की स्तुति में दो मारवाड़ी भजन “वारी वारी जाऊं ,बलिहारी जाऊं” ओ गुरु तुम्हारा दास बनू में” को अपनी मधुर आवाज में गाया। धर्म सभा में मंजू सोनी ने “अच्छे है भाग्य हमारे” गुंजन गादिया ने “स्वागत करने आज आपका आया जैन समाज” और पदमा सुराना ने “आए जी आए गुरुवार आए” भजन गए।
इस सभा में लोहामंडी स्थानक में चातुर्मास कर रही जैन साध्वी डॉक्टर पूजा ज्योति ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि मंगल प्रवेश में भाग लेने वाले सौभाग्यशाली होते है। साधु, साध्वी, श्रावक और श्राविका मिलकर धर्म, संयम, चारित्रय और तप के द्वारा तीर्थ स्थापित कर सकते है
प्रसन्नमना संयम मुनि ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा का दिन धर्म से जुड़ने का दिन है ,उन्होंने “सब खुशियां आती है ,जब सद्गुरु आते है ” भजन को भी अपनी मधुर आवाज में सुनाया।
सरलमना संत मनोहर मुनि ने कहा की अगर आपने वर्ष के 12महीने में 4 माह के चातुर्मास का लाभ नहीं लिया तो जीवन शून्य के समान है।
महाराष्ट्र केसरी पराग मुनि ने भजन के माध्यम से अपने भाव प्रकट करते हुए गाया”मिले जो तुम हमें गुरूवर ,है लगता आज धरती पर खुदा खुद चलकर आया है” जाग्रत मुनि और उदितराम मुनि ने भी अपने भाव सभा में व्यक्त किए।
इस अवसर पर जैन मुनि धैर्य मुनि की सांसारिक बेटी जो जोधपुर से आई थे का जैन समाज ने अभिनंदन किया।महिला जागृति मंडल आगरा, ,स्तुति मंडल आगरा स्तुतियां दी। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के महासचिव राजेश सकलेचा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनी , नरेश चपलावत, नरेश बरार, राजीव जैन, विवेक कुमार जैन, आदेश बुरड़, वैभव जैन ,सचिन जैन, सुमित गादिया, ध्रुव जैन, अशोक जैन गुल्लू, सुनील जैन, रंजीत सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
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