Agra News: भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए 800 से अधिक विशेषज्ञ तीन दिवसीय नेटकॉन में करेंगे मंथन

Press Release

आगरा। ट्यूबरक्लोसिस एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा डिपार्टमेंट ऑफ ट्यूबरक्लोसिस एंड रेस्पीरेटरी डिजीज, एसएन मेडिकल कालेज व यूपी टीबी एसोसिएशन एंड द यूनियन साउथ ईस्ट एशिया रीजन के सहयोग से तीन दिवसीय नेटकॉन-2022 (77वीं नेशनल कांफ्रेंस ऑफ ट्यूबरक्लोसिस एंड चेस्ट डिजीज) का शुभारम्भ 27 फरवरी को किया जा रहा है।

कार्यशाला का शुभारम्भ होटल जेपी पैलेस में 27 फरवरी को शाम 6.30 बजे ट्यूबरक्लोसिस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. वी एम कटोच करेंगे। विशिष्ठ अतिथि इंटरनेशनल यूनियन एगेन्स्ट टीबी एंड लंग्स डिजीज के वर्ड प्रसीडेंट प्रोफ़ेसर गाय मार्क (आस्ट्रलिया) होंगे। कार्यशाला में भारत को 2025 तक टीबी मुक्त देश बनाने के लिए विचार मंथन, इलाज व योजनाओं पर चर्चा होगी। यह जानकारी एसएन मेडिकल कालेज के प्रार्चाय डॉ. प्रशान्त गुप्ता ने पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में दी।

वक्ष एवं क्षय रोग विभाग के प्रोफ़ेसर व आयोजन समिति के सचिव डॉ० गजेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि कार्यशाला में देश विदेश से लगभग 800 से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। जिसमें 8 वर्कशॉप भी आयोजित की जाएंगी। पांच वर्कशॉप होटल जेपी में, एक वर्कशॉप एसएन मेडिकल कालेज व दो वर्कशॉप टीबी ट्रेनिंग एंड डिमोन्सट्रेशन सेंटर में आयोजित की जाएंगी। चार ओरेशन अवार्ड, एक लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड और 250 से अधिक शोधपत्र व 10 शोधपत्र को बेस्ट पेपर के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।

26, 27 फरवरी व एक मार्च को आयोजित वाली इस कार्यशाला में एक मार्च को उत्तर प्रदेश स्टेट टास्क फ़ोर्स (राष्ट्रीय क्षय उन्नमूलन कार्यक्रम) की कार्यशाला भी क्षय एवं वक्ष रोग विभाग द्वारा आयोजित की जा रही है जिसमें प्रदेश के सभी जिला क्षय रोग अधिकारी व सभी मेडिकल कालेज की कोर कमेटी के अधिकारियों की मीटिंग आयोजित की जाएंगी, जिसमें मेडिकल कालेज में चलाए जा रहे राष्ट्रीय क्षय रोग उन्नमूलन कार्यक्रम पर चर्चा होगी।

एसएन मेडिकल कालेज के प्रार्चाय डॉ. प्रशान्त गुप्ता ने कहा कि मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों के लिए यह कार्यशाला बहुत ही लाभकारी साबित होगी। विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि कार्यशाला के आयोजन की समस्त तैयारी पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर डॉ. ए॰ स० सचान, डॉ. राजेश गुप्ता एवं डा० सचिन गुप्ता एवं डा० पवन गुप्ता, आदि मौजूद रहे।