आगरा में एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक रिटायर्ड शिक्षिका का शव उनके घर में तीन दिन तक पड़ा रहा। इस घटना ने एकाकीपन की समस्या पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तीन दिन से शिक्षिका के परिजन उन्हें फोन कर रहे थे लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। रविवार की सुबह पड़ोसी को इनके घर के अंदर से दुर्गंध आई तो इसकी सूचना परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे परिजनों ने घर को खोलकर देखा तो अंदर टीचर का शव पड़ा था। मृतक शिक्षिका का नाम 65 वर्षीया विमलेश बताया गया है। वह आवास विकास कालोनी के सेक्टर सोलह स्थित घर के अकेली रहती थीं। उनका मायका मैनपुरी में है। परिजन तीन दिन से उन्हें फोन कर रहे थे लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था।
पड़ोस में रविवार को उनके कमरे के अंदर से दुर्गंध भी आई। परिजन यहां पहुंचे और गेट नहीं खुलने पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस के पहुंचने पर कुंडी तोड़कर कमरे में देखा तो विमलेश का शव पड़ा हुआ था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आशंका है कि विमलेश की मौत तीन दिन पहले हो चुकी थी। इसका कारण फिलहाल हार्ट अटैक या बीमारी समझा जा रहा है। पड़ोसियों का कहना है कि शिक्षिका किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थीं। केवल पास की एक दुकान तक ही जाती थीं।