आगरा: ताजमहल पर छोटे व्यापारियों और गाइडों को लेकर भाजपा नेत्री शबाना खंडेलवाल पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंची। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा छोटे व्यापारियों और गाइडों का उत्पीड़न किया जा रहा है। भाजपा नेत्री ने इनकी समस्याओं को लेकर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन किया और वहीं धरने पर भी बैठ गई। इस दौरान उन्होंने एसीपी ताज सुरक्षा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। इस संबंध में उन्होंने पुलिस के आलाधिकारियों से वार्ता की और पीड़ितों को न्याय और एसीपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन में शामिल एक गाइड ने बताया कि वह वर्षों से ताजमहल पर गाइडिंग का काम कर रहे हैं। वह पर्यटक को ताजमहल भ्रमण कराते हैं। अगर पर्यटक को प्यास लगी और उसने कहा कि पानी की बोतल खरीदनी है। अगर उसे दुकान से पानी की बोतल दिलवा दी जाए तो वहां मौजूद क्षेत्रीय पुलिस और पर्यटन थाने के लोग लपका गिरी में गिरफ्तार कर लेते हैं और 151 में कानूनी कार्रवाई कर जेल भेज देते हैं। 151 में जेल भेजे जाने के बाद जमानत के लिए सख्त नियम कर दिए हैं जिसे पूरा कर पाना भी मुश्किल हो जाता है ऐसे में वह कैसे अपने परिवार का भरण पोषण कर पाएंगे।
ताजमहल के आसपास के छोटे व्यापारी भी पुलिस के उत्पीड़न से परेशान हो चुके हैं। उन्होंने अपनी पीड़ा को भाजपा नेत्री शबाना खंडेलवाल को बताया है जिसके बाद भाजपा नेत्री ने इन सभी पीड़ितों की आवाज बन कर कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। छोटे व्यापारी खुलकर तो नहीं बोले लेकिन पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न की वेदना उन्होंने जरूर बताई।
भाजपा नेत्री शबाना खंडेलवाल का कहना है कि पुलिस का जो रवैया है और जो कार्रवाई कर रही है वह आम व्यक्ति का उत्पीड़न करने वाली है। आप किसी को गिरफ्तार करते हैं पकड़ते हैं तो कम से कम उसके बारे में जांच-पड़ताल तो कर लीजिए। ऐसे किसी को भी लपकगिरी में उठाकर जेल भेज देते हैं। छोटे व्यापारी मुंह भी नहीं खोल सकते। ऐसे में लोग पुलिस पर कैसे विश्वास करेंगे। शबाना खंडेलवाल ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर इन लोगों का उत्पीड़न नहीं रुका तो वे आमरण अनशन के लिए मजबूर हो जाएगी।