आगरा: ‘द्रौपदी की आबरू पर हाथ डाला तो पूरी महाभारत लिख गई थी। कुरुक्षेत्र की भूमि भी खून से लाल हो गई। एक राजा की नासमझी और उसके पुत्र की लालसा व शक्ति के घमंड ने पूरे कुल का नाश करवा दिया। ऐसी ही महाभारत अब महिला पहलवानों के सम्मान में लगता है लिख जाएगी।’ यह कहना है भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजवीर लवानिया का। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों के साथ हुए अत्याचार और यौन उत्पीड़न को कुछ लोग धृतराष्ट्र की तरह आंख बंद कर देख रहे हैं। आरोपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष को संरक्षण दे रहे हैं। अब महिला पहलवानों की लड़ाई के लिए भारतीय किसान यूनियन ने खुलकर ऐलान कर दिया है। सरकार को 5 दिन का समय है। 5 दिन के बाद महिला पहलवानों के सम्मान के लिए एक नई महाभारत की शुरुआत होगी।
गुरुवार को किसान संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण के खिलाफ किसानों ने जोरदार प्रदर्शन किया। जिला मुख्यालय में ब्रज भूषण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई, साथ ही किसानों ने महामहिम के नाम ज्ञापन सौंपकर कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण की गिरफ्तारी के साथ-साथ उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष राजवीर लवानिया का कहना था कि आज राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर ब्रज भूषण के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रज भूषण की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है और इसके लिए सरकार को भारतीय किसान यूनियन की ओर से 5 दिन का समय दिया गया है।
यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत ने दो टूक शब्दों में कहा है कि 5 दिन सरकार के छठवां दिन यूनियन का होगा और भारतीय किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर काम कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन से जुड़ी महिला नेत्री सावित्री चाहर का कहना था कि ‘भाजपा सरकार और खुद पीएम नरेंद्र मोदी आधी आबादी की सुरक्षा की बात करते हैं। भाजपा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है लेकिन उन्हीं के जनप्रतिनिधि आधी आबादी का शोषण कर रहे हैं। कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ भी नहीं कहा। लगता है वह बृजभूषण को बचाना चाहते हैं। इसीलिए तो इतने विवाद के बाद भी ब्रज भूषण की कुश्ती संघ के अध्यक्ष की कुर्सी नहीं गयी और ना ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया लेकिन महिला पहलवानों पर लाठी चार्ज करके जबरदस्ती जंतर मंतर से उन्हें जरूर हटवा दिया। यह कैसी सरकार है और यह कैसा न्याय है।’