आगरा: गुरुवार को छावनी परिषद के जनरल अस्पताल के कर्मचारी अपनी वेतन न मिलने से संबंधित समस्या को लेकर जिला मुख्यालय पहुँचे। बड़ी संख्या में पहुंचे कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर जिला अधिकारी पीएन सिंह के नाम प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा साथ ही उन्हें अवगत कराया कि पिछले छह महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है।
बुधवार को अस्पताल में दिया था धरना
वेतन न मिलने की समस्या से जूझ रहे निजी कंपनी के कर्मचारियों ने अपनी कंपनी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने कामकाज ठप किया और धरने पर बैठ गए थे। धरना प्रदर्शन के बावजूद निजी कंपनी द्वारा उनकी मांगों पर कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते निजी कंपनी के कर्मचारी गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने धरना प्रदर्शन किया और अपनी मांगों की पूर्ति के लिए जिला अधिकारी पीएन सिंह के नाम ज्ञापन सौंपा।
नौकरी के नाम पर लिए गए पैसे
पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि ‘प्रोजेक्ट हेड सिद्धार्थ पांडे ने नौकरी पर लगाने के लिए सिक्योरिटी के लिए 50 हजार से 1 लाख रुपए तक जमा करे थे जिसके बाद अब सैलरी नहीं मिल रही है। ज़ब हम शिकायत लेकर जाते है तो सिद्धार्थ पांडे की तरफ से हमें धमकियां मिलती हैं और कहता है कि जाओ जो करना है कर लो मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता।’
लगाई गुहार
पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि आज उन्होंने जिलाधिकारी पी एन सिंह से मुलाकात की है। उनको पूरी घटना और समस्या से अवगत कराया है और गुहार लगाई गई है कि वह छावनी परिषद के सीईओ से इस संबंध में फोन पर वार्ता करें और उनकी समस्या का समाधान कराएं।
वेतन नहीं मिला तो आंदोलन उग्र होगा
निजी कंपनी के कर्मचारियों ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर इसके बावजूद उनकी वेतन संबंधित समस्या का समाधान नहीं होता और उन्हें निजी कंपनी द्वारा वेतन नहीं दिया जाता तो वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे। सभी कर्मचारी कामकाज पूरी तरह से ठप कर देंगे जिसकी जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी।