शरद पूर्णिमा को मनाया जाएगा ‘आगरा दिवस’, 6 दिन होगा ताजनगरी में उत्सव, महापौर ने की घोषणा

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आगरा। आगरा दिवस मनाने की घोषणा कर दी गयी है। तिथि भी तय कर दी गई है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

आगरा दिवस कब मनाया जाए इसे लेकर महापौर नवीन जैन ने 20 जून को एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वह आगरा शहर के प्राचीनतम इतिहास और तथ्यों पर विचार करते हुए आगरा दिवस मनाए जाने के लिए एक निश्चित तिथि तय करें।

इसके अलावा महापौर नवीन जैन ने सभी शहरवासियों से अपील की थी कि उनके पास आगरा दिवस मनाए जाने से जुड़े कोई ऐतिहासिक तथ्य या कारण उपलब्ध है तो उन्हें अवगत कराएं।

इसके बाद कई लोगों ने पत्राचार, ईमेल और जारी हुए टोल फ्री नंबर पर कई जानकारिया और तथ्य उपलब्ध कराए। उन सभी को संज्ञान में लेते हुए कमेटी ने अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार कर महापौर नवीन जैन को सौंप दी थी। जिस पर समिति के सभी पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद महापौर नवीन जैन ने आज शनिवार को आगरा दिवस मनाए जाने की तिथि की घोषणा की।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए महापौर नवीन जैन ने यह घोषणा की कि शरद पूर्णिमा के दिन आगरा दिवस मनाया जाएगा। क्योंकि अश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि 9 अक्टूबर को होगी। इसलिए आगरा दिवस मनाए जाने की तिथि शरद पूर्णिमा की तिथि होगी। उसी दिन आगरा दिवस मनाया जाएगा।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि शरद पूर्णिमा का पर्व भारत की सांस्कृतिक परंपरा में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। पूरे देश में यह पर्व प्रेम, उल्लास व उत्तम स्वास्थ्य के लिए मनाया जाता है।

भगवान श्री कृष्ण ने इसी दिन ब्रज क्षेत्र में महारास रचाया था। आगरा में सफेद संगमरमर से बना मुगलकालीन स्मारक ताजमहल, इस तिथि पर धवल चंद्रमा की चांदनी में अत्यंत आनंदित होता है। पूर्व में इस तिथि पर ताजमहल में रात्रि दर्शन की व्यवस्था के साथ ही आसपास के क्षेत्र में एक मेले जैसा माहौल होता था।

किंतु वर्ष 1984 में सुरक्षा कारणों से ताजमहल का रात्रि दर्शन बंद हो गया था। वर्ष 2004 से कुछ प्रतिबंधों के साथ शरद पूर्णिमा के अवसर पर ताजमहल का रात्रि दर्शन फिर से प्रारंभ हो गया है। किंतु अब पहले जैसी रौनक नहीं रही है।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि इस तिथि की भारतीय समाज में सांस्कृतिक महत्ता एवं आगरा के की दृष्टि से इसके महत्व को देखते हुए समिति के अधिकांश सदस्यों का मत रहा कि शरद पूर्णिमा की तिथि पर आगरा दिवस का उत्सव मनाया जाए।

महापौर नवीन जैन ने कहा कि चूंकि समिति ने यह भी प्रस्ताव रखा था कि प्रतिवर्ष आगरा दिवस के उत्सव का एक मुख्य कार्यक्रम करते हुए, यह उत्सव व्यापक स्तर पर पूरे शहर में विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक स्थलों और आगरा के प्रत्येक नागरिक को इस उत्सव से भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए शहर भर में मनाया जाना चाहिए। इसलिए आगरा दिवस को पूरे शहर में एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा जिसके तहत सप्ताह भर शहर में जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि आगरा दिवस की तिथि घोषित करने के साथ ही इस उत्सव में सभी शहर वासियों को जोड़ने के लिए आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। जिसके अंतर्गत 5 अक्टूबर 2022 से 10 अक्टूबर 2022 तक आगरा शहर में विभिन्न जगहों पर कई कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

इस प्रकार होंगे उत्सव कार्यक्रम

5 को ड्राइंग एवं कार्टून प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसमें सभी स्कूलों के बच्चे प्रतिभाग करेंगे।

6 अक्टूबर को नाट्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा जिसमें शहर की नाट्य संस्थाओं द्वारा विभिन्न नाटकों की प्रस्तुति होगी।

7 अक्टूबर को शहर के प्रमुख चौराहों को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा और 10 प्रमुख चौराहे पर विभिन्न म्यूजिकल / डांस ग्रुप के द्वारा सिंगिंग एवं डांस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

8 अक्टूबर को कवि सम्मेलन हुआ मुशायरा का आयोजन किया जाएगा जिसमें आगरा शहर के ही प्रमुख कवि और शायर भाग लेंगे।

9 अक्टूबर को आगरा शहर में प्रातः नगर रैली का आयोजन किया जाएगा। धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ यह रैली निकाली जाएगी।

10 अक्टूबर को नगर श्री अवार्ड समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न शख्सियतों का सम्मान किया जाएगा।

प्रेस वार्ता में नगरायुक्त निखिल टी फुडे (आईएएस) प्रो. सुगम आनन्द, डॉ० आर. के. दीक्षित, डॉ० तरुण शर्मा (सचिव), एस.पी. सिंह, राजीव सक्सेना, अमित कुलश्रेष्ठ, रवि विहारी माथुर, शिरोमणि सिंह, प्रकाश केशवानी आदि मौजूद रहे।

-up18news