आगरा: दबंग नेता ने स्थानीय पत्रकार के पुत्र को राइफल दिखाकर दी धमकी, पुलिस पर भी आरोप

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आगरा। रंजिशन मामले को लेकर पत्रकार ने स्थानीय दबंग नेता पर उसके बेटे को धमकाने का आरोप लगाया है। पीड़ित पत्रकार द्वारा इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया गया है। आरोप लगाया है कि दबंग नेता और पुत्र रायफ़ल लेकर उसके घर पहुंचे, जहां दोनों ने घर के बाहर बैठे उसके बेटे को धमकी दी। पीड़ित पत्रकार ने इस मामले में पुलिस से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

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लवकुश श्रीवास्तव पत्रकार निवासी अशोक नगर कस्बा बाह के मुताबिक उनका 15 वर्षीय पुत्र तन्मय श्रीवास्तव रविवार की रात को अपने घर के बाहर बैठा हुआ था। आरोप है कि पुरानी रंजिश को मानकर पड़ोस के ही रहने वाले एक दबंग नेता अपने पुत्र के साथ राइफल लेकर आए और मेरे पुत्र को गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। जिस पर पीड़ित का पुत्र डरा हुआ घर पहुंचा और परिजनों को मामले से अवगत कराया।

पुलिस पर जबरन राजीनामा का आरोप

सीसीटीवी फुटेज में स्थानीय दबंग नेता नाबालिग किशोर को धमकाता दिख रहा है और उसका पुत्र राइफल लिए हुए खड़ा रहा। फुटेज वीडियो को लेकर पीड़ित पुत्र अपने पिता के साथ थाने पहुंचा और पुलिस को मामले से अवगत कराया। जहां पुलिस ने दबंग नेता और उसके पुत्र को थाने पर बुलाया। आरोप है कि मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीड़ित किशोर और उसके पिता को उल्टा धमकाकर हवालात में बंद करने की धमकी देकर जबरन राजीनामा करा दिया।

दबंग नेता पुत्र की चलाई थी ख़बर

पीड़ित किशोर के पिता पत्रकार लव कुश श्रीवास्तव ने बताया कि दबंग नेता के पुत्र ने कुछ महीनों पूर्व कानपुर के बिकरू हत्याकांड के कुख्यात अपराधी विकास दुबे को सोशल मीडिया के माध्यम से शेर बताया था। जिसकी पत्रकार द्वारा खबर प्रकाशित की गई थी। पुलिस के उच्चाधिकारियों के आदेश पर स्थानीय पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई भी की थी। तभी से दबंग नेता और उसका पुत्र हमसे रंजिश मानता है। उक्त लोग पूर्व में भी फर्जी मुकदमा दर्ज करा चुका है। जिसमें पुलिस ने उन्हें निर्दोष साबित किया था।

पीड़ित किशोर के पिता पत्रकार लवकुश श्रीवास्तव ने दबंग नेता द्वारा नाबालिग किशोर को धमकाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर प्रशासन से मामले को संज्ञान में लेने और कार्रवाई कराने की मांग की है। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि स्थानीय पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर वह पुलिस के उच्चाधिकारियों को मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगे।