कूटरचित अभिलेखों के आधार पर लाभ लेना चाहते थे डा. गौतम
आगरा कालेज के प्राचार्य डा. अनुराग शुक्ला ने कालेज के ही एसोसिएट प्रोफेसर डा. सीके गौतम के खिलाफ थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया है। प्राचार्य का आरोप है कि प्रोफेसर ने कूटरचित अभिलेखों के आधार पर लाभ लेने का दबाव बनाया। सरकारी कार्य में बाधा डाली और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
मुकदमे में लिखाई गई शिकायत में कहा गया है कि 19 अक्टूबर को खंदारी परिसर में आगरा कालेज के अंग्रेजी विभाग के शिक्षकों की प्रोन्नत बैठक चल रही थी। अध्यक्षता उच्च शिक्षा अधिकारी डा. रेखा रानी तिवारी कर रही थीं। बैठक में अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. सीके गौतम ने कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत किए और समिति पर दबाव बनाया कि इनके आधार पर उन्हें प्रोन्नति दी जाए। मना करने पर उन्होंने असम्मानजनक व अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और व्यवहार किया। इसकी शिकायत प्राचार्य डा. अनुराग शुक्ला ने कुलपति व अन्य अधिकारियों को की थी। डा. शुक्ला ने आज बुधवार को थाना न्यू आगरा में डा. गौतम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
इस बीच एक अन्य जानकारी के अनुसार, डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में संविदा व अतिथि शिक्षकों को स्वीकृति वित्त समिति ने बुधवार को दे दी। यह स्वीकृति शैक्षिक लेखा समिति की संस्तुति के आधार पर दी गई। वित्त समिति की बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. आशु रानी ने की। बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 की बैलेंस शीट को अनुमोदन दिया गया।
समाज विज्ञान संस्थान में बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू व एमएससी डाटा साइंस के पाठ्यक्रम के शुल्क निर्धारण के लिए शैक्षिक लेखा समिति की रिपोर्ट के आधार पर 2023-24 के लिए शुल्क की समीक्षा के लिए संस्तुति दी गई। बैठक में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के अधिकारी भी उपस्थित थे।