आगरा: भाजपा पूर्व सांसद का आरोप, फॉर्च्यूनर गाड़ी में टक्कर मारकर जान लेने की कोशिश, उच्च स्तरीय जांच की मांग

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आगरा जनपद के थाना बसई अरेला क्षेत्र के अंतर्गत आगरा—बाह मार्ग पर गोवर्धन कोल्ड स्टोर के पास पूर्व सांसद की फॉर्च्यूनर गाड़ी एवं ट्रैक्टर में हुई भिड़ंत को लेकर पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने इस मामले को गंभीर बताया और अपना पक्ष रखते हुए शासन प्रशासन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग उठाई। उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि राजनीतिक द्वेष भावना के चलते उनकी गाड़ी में टक्कर मारी गई थी।

बुधवार को हुई थी फॉर्च्यूनर और ट्रैक्टर में भिड़ंत

बता दें कि बुधवार को भाजपा के पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से पूजा करने आगरा से बटेश्वर गए थे। लौटते समय थाना बसई अरेला क्षेत्र के आगरा—बाह मार्ग पर गोवर्धन कोल्ड स्टोर के पास फॉर्च्यूनर और ट्रैक्टर में भिड़ंत हो गई। दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। गाड़ी में बैठे पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया, चालक व ट्रैक्टर चालक चोटिल हो गए। गनीमत रही कोई हताहत नहीं हुआ। प्रभु दयाल कठेरिया का कहना है कि जिस तरीके से उनकी गाड़ी में ट्रैक्टर ने टक्कर मारी है। उससे साफ है कि उनकी जान लेने की कोशिश की गई है। गनीमत रही या फिर भगवान शिव का आशीर्वाद रहा, जिससे गाड़ी में सवार वह और उनका परिवार सलामत बच गए।

1997 में हुआ था हादसा

प्रभु दयाल कठेरिया ने बताया कि 1997 में उनके साथ जो हादसा हुआ था, उसने पूरे परिवार को हिला दिया था। उनके परिवार के 4 लोगों का अपहरण हुआ था और आज तक उनका पता नहीं है। उस समय में वह सांसद थे और हाउस में अपने परिवार को बचाने की गुहार लगाता रहा। लेकिन किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं हुई और आज तक उनका कोई भी पता नहीं लग सका है।

2009 में सर्च किया गया था

2009 में उनके घर पर सर्च के नाम पर छापामार कार्रवाई की गई और कुछ लोगों ने तो उनको बंधक बनाने का भी प्रयास किया था। अगर उनके पास सीआईएसएफ की सिक्योरिटी नहीं होती तो आज वह भी जीवित भी नहीं होते क्योंकि सीआईएसएस सिक्योरिटी ने ही उन लोगों से बचाया था। कहा था कि अगर इनकी सुरक्षा के दौरान इन्हें कुछ हुआ तो सारी गोलियां उतार दी जाएंगी। तब जाकर छापा मारने आए लोग बाहर निकले और फरार हो गए। इस दौरान उनके घर से एक नौकर की गिरकर मौत भी हुई थी। इसमें एफआईआर दर्ज भी कराई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2017 में भी उनके साथ ऐसा ही हुआ वह परिवर्तन यात्रा के प्रभारी थी। उसमें श्रीकांत शर्मा को भी आना था। उनकी गाड़ी के आगे गाड़ी चल रही थी। तभी 12 पहिया ट्रक ने उनकी गाड़ी के आगे टक्कर मारने का प्रयास किया था।

शिकायत नहीं सिर्फ उच्च स्तरीय जांच की मांग

पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया का कहना है कि वह इस हादसे को लेकर किसी पर उंगली नहीं उठा रहे हैं। सिर्फ सरकार और स्थानीय प्रशासन से मांग है कि इस मामले की उचित जांच कराई जाए, जिससे इस हादसे को अंजाम क्यों दिया गया, क्या कारण था, इसका पता लग सके।