आगरा: ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में आगरा में जगह-जगह हुए प्रदर्शन और बवाल के मामले में आगरा पुलिस ने पर्दाफाश किया है। ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नाम से बनाये गए व्हाट्सएप ग्रुप में भड़काऊ मैसेज डालकर इस घटना को अंजाम दिया गया था। इस ग्रुप में दो दर्जन से अधिक लोग एडमिन थे जबकि मुख्य एडमिन सेना का एक जवान निकला जो इस समय पंजाब में तैनात है। आगरा पुलिस उसे गिरफ़्तार कर अपने साथ ला रही है।
थाना मलपुरा पुलिस पर पथराव किया था
बताते चलें कि अग्निपथ योजना को लेकर कुछ युवाओं ने थाना मलपुरा क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने के साथ-साथ रेलवे विभाग को भी क्षति पहुंचाने का प्रयास किया था और मलपुरा पुलिस पर पथराव किया था। इस दौरान पुलिस अधिकारी की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई थी। इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया था। पुलिस पूछताछ और आरोपी लोगों से बरामद हुए मोबाइल से इस साजिश का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस का कहना है इंकलाब जिंदाबाद के नाम से ग्रुप बनाया गया। ग्रुप एडमिन ने भड़काऊ भाषण का प्रयोग किया जिसके चलते बवाल हुआ।
अब तक 10 को जेल
पुलिस इस मामले में अब तक 10 लोगों को जेल भेज चुकी है। बताया गया कि ग्रुप सेना का एक जवान गुमान सिंह ऑपरेट कर रहा था। यह आरोपी जवान मूल रूप से राजस्थान में करौली के मांडई गांव का रहने वाला है जो समय पंजाब सेना में लांस नायक के पद पर तैनात है। फौजी द्वारा ही लगातार अभ्यर्थियों को भड़काने का प्रयास किया जा रहा था। आगरा पुलिस ने पंजाब पुलिस के सहयोग से फौजी को हिरासत में ले लिया है।
इस कारण रची थी साजिश
इस मामले में एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि आरोपी जवान का भाई की सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था लेकिन वह सफल नहीं हो सका इस बात से नाराज होकर उसने यह साजिश रची। गैर जमानती वारंट पर उसे आगरा लाया जा रहा है।
-एजेंसी