एथनॉल से चलने वाली कार की लॉन्‍चिंग के बाद अब देश में खोले जाएंगे एथनॉल पंप

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देश का पहला एथनॉल से चलने वाला जनरेटर

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि देश में जनरेटर सेट पर चार हजार करोड़ लीटर डीजल की खपत है। इसके लिए हम एक और नया काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूणे में किर्लोस्कर अधिकारियों ने मेरे कहने पर एथनॉल पर चलने वाला जनरेटर और पंप सेट बनाया। इसमें वह कामयाब हुए और आज देश का पहला एथनॉल जनरेटर उनकी बिल्डिंग में चल रहा है। इससे प्रदूषण भी कम हो रहा है और पैसे की भी बचत होती है। इस तरह से पेट्रोल या डीजल से चलने वाले जनरेटर को एथनॉल से चलाया जा सकता है। इसके लिए काम किया जा रहा है।

देश में खुलेंगे एथनॉल पंप

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कार और टू-वीलर बनाने वाली कंपनियों ने उनसे कहा कि एथनॉल से चलने वाली गाड़ियां तो बन जाएंगी लेकिन लोग अपनी गाड़ियों में एथनॉल भरवाएंगे कहां से। इसलिए उन्होंने पेट्रोलियम मंत्री से आग्रह किया है कि वह ऑयल कंपनियों से कहें कि वह एथनॉल पंप खोलने की योजना पर भी काम शुरू करें।

बांग्लादेश को करेंगे एक्सपोर्ट

गडकरी ने बताया कि अभी भारत बांग्लादेश को पेट्रोल और डीजल बेचता है। एक बार वह बांग्लादेश के प्रधानमंत्री से मिले। उन्होंने उनसे कहा कि क्या आप हमारे देश के लिए एथनॉल एक्सपोर्ट नहीं कर सकते। अगर संभव हो तो हमें एथनॉल भी एक्सपोर्ट कीजिए। उनकी इस बात को सुनकर उन्होंने आईओसी की असम रिफाइनरी को भी कहा है कि वह अधिक से अधिक एथनॉल बनाए ताकि इसे बांग्लादेश को भी एक्सपोर्ट किया जा सके। इससे पैसा भी अधिक मिलेगा और बांग्लादेश को भी प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी।

कब आएगी यह हाईब्रिड कार

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड विक्रम गुलाटी ने कहा कि इस हाईब्रिड कार को जल्द से जल्द लाने की तैयारी चल रही है। यह प्रोटोटाइप कार अभी कई तरह के ट्रायल से गुजरेगी। इसके लिए एक या दो साल या इससे भी अधिक समय लग सकता है। जब यह कार बेचने के लिए लॉन्च की जाएगी तभी इसकी कीमत का भी पता चलेगा। लेकिन कोशिश यही रहेगी कि यह बहुत महंगी ना हो। रही बात कार के 100 फीसदी तक एथनॉल पर चलाने की बात तो यह कार 100 फीसदी तक जा सकती है, लेकिन फिलहाल इसमें 85 फीसदी एथनॉल और 15 प्रतिशत पेट्रोल मिक्स करके चलाया जाएगा। साथ ही यह इलेक्ट्रिक तो है ही। इसकी स्पीड भी सामान्य गाड़ियों जैसी ही होगी।

जापान को पीछे छोड़ा

पहले भारत की ऑटो इंडस्ट्री दुनिया में 7वें नंबर पर आती थी लेकिन अब चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरे नंबर पर है। भारत ने जापान को भी पीछे छोड़ दिया है। यहां की ऑटो इंडस्ट्री 4.5 लाख करोड़ से 12.5 लाख करोड़ की हो गई है। हमारी पूरी कोशिश है कि हम दुनिया में पहले नंबर पर हों।

Compiled: up18 News