असद के एनकाउंटर के बाद CM योगी का ‘माफिया को मिट्‌टी में मिला देंगे’ वाला बयान आया चर्चा में..बीजेपी नेताओं ने दी प्रतिक्रियाएं

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लखनऊ । उत्तर प्रदेश में माफियाओं को कुचलने के लिए भाजपा सरकार द्वारा किया गया दावा सच साबित होता नजर आ रहा है। जहां, बीते महीने माफिया अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा हुई तो वहीं आज उसके बेटे असद अहमद को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।

असद के एनकाउंटर के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘माफिया को मिट्‌टी में मिला देंगे’ वाला बयान चर्चा में आ गया है। इतना ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी (उत्तर प्रदेश) ने अपने टि्वटर हैंडल पर भी मुख्यमंत्री का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है- जो कहते हैं, वो कर दिखाते हैं…

असद के एनकाउंटर के बाद भाजपा नेताओं ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। मंत्रिमंडल में शामिल भाजपा नेता स्वतंत्र देव सिंह व दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी एसटीएफ की तारीफाें के पुल बांध दिए।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट में लिखा, ‘यूपी STF को बधाई देता हूँ, श्री उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था!’

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर STF को बधाई भरा संदेश लिखा, ‘मिट्टी में मिल गया हत्यारा! स्व. उमेश पाल एडवोकेट के हत्यारों को यूपी STF ने किया जमींदोज। STF के जवानों को बहुत बहुत बधाई।’

असद एनकाउंटर की चर्चाओं का बाजार इतना गर्म है कि सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। जहां एक ओर योगी सरकार के मंत्री विधायक असद एनकाउंटर को बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। वहीं विपक्ष ने इस कार्रवाई पर सवाल खड़े कर इसे फर्जी एनकाउंटर साबित करने की कोशिश की है।

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा भाईचारे के खिलाफ है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है।’

दूसरी ओर बसपा और कांग्रेस ने भी एनकाउंटर को गलत बताया। यूपी कांग्रेस ने कहा कि मानवाधिकार का हनन किया गया, उठाकर मार दिया। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने एनकाउंटर की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। मायावती ने ट्वीट किया, ‘प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी।’

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने उमेश पाल हत्याकांड के इनामी आरोपी असद अहदम और उसके साथी शूटर गुलाम को झांसी में एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि असद और गुलाम की योजना अतीक को गुजरात ले जाते समय बीच रास्ते से छुड़वाने की थी। इस सूचना पर एसटीएफ ने जब दबिश दी तो असद और गुलाम ने पुलिस पर गोली चला दी, जिसके बाद पुलिस के जवाबी हमले में दोनों मारे गए।