सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अडानी का मामला, हिंडनबर्ग के खिलाफ PIL दाखिल

National

हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को अधिवक्ता एमएल शर्मा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इस पीआईएल में अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च और उसके संस्थापक नाथन एंडरसन के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके साथ ही इस याचिका में अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले लोगों को मुआवजा देने की भी मांग की गई है। अडानी एंटरप्राइजेज मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका एंडरसन को शॉर्ट-सेलर बताती है और अडानी समूह की कंपनियों के निर्दोष निवेशकों को धोखा देने के लिए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है।

अडानी ग्रुप के शेयर्स में लगातार गिरावट

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में पिछले सात दिन से लगातार गिरावट जारी है। भारतीय शेयर बाजार में अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 20 फीसदी तक टूट गया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से अब तक उद्योगपति गौतम अडानी की नेटवर्थ को बड़ा झटका लगा है। जहां कुछ समय पहले तक वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज थे अब वे टॉप 20 में भी नहीं हैं।

ब्लूमबर्ग की बिलेनियर इंडेक्स के अनुसार शुक्रवार सुबह गौतम अडानी टॉप 20 अमीरों लिस्ट से बाहर होकर 22वें नंबर पर पहुंच गए। अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी को एक दिन में करीब 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।

क्या कहती है हिंडनबर्ग की रिपोर्ट?

अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर शुक्रवार को 35% तक गिर गए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के डाटा पर नजर डालें तो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद 2 फरवरी तक अडानी ग्रुप की 9 कंपनियों के कुल 9.22 लाख करोड़ रुपए डूब गए। 25 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप के संबंध में एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट के निष्कर्ष में 88 प्रश्नों को शामिल किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी समूह दशकों से शेयरों के हेरफेर और अकाउंट की धोखाधड़ी में शामिल है।

Compiled: up18 News