अडानी हार्बर सर्विसेस ने ओएसएल के अधिग्रहण का किया करार, समुद्री सेवा बाजार में बढ़ेगी हिस्सेदारी

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अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स (एपीएसईजेड) लिमिटेड की सब्सिडियरी अडानी हार्बर सर्विसेस ने समुद्री सेवा प्रदाता कंपनी ओशन स्पार्कल लिमिटेड (ओएसएल) के अधिग्रहण के लिए करार किया है। गौतम अडानी अभी मुकेश अंबानी को पीछे करते हुए देश के सबसे अमीर शख्स बन चुके हैं और इस डील के बाद उनकी ताकत और बढ़ जाएगी।

एपीएसईजेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और पूर्णकालिक निदेशक करण अडानी ने कहा कि ओएसएल और अडानी हार्बर सर्विसेज लिमिटेड (टीएएचएसएल) के तालमेल को देखते हुए, समेकित व्यवसाय बेहतर मुनाफे के साथ पांच वर्षों में दोगुना होने की संभावना है, जिसका लाभ अडानी पोर्ट्स के शेयरधारकों को मिलेगा।

उन्होंने कहा कि इस अधिग्रहण से कंपनी की भारत के समुद्री सेवा बाजार में हिस्सेदारी बढ़ेगी और अन्य देशों में मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए एक मंच भी मिलेगा। एक बयान में कहा गया, ‘‘स्वयं के 94 पोतों और तृतीय पक्ष स्वामित्व वाले 13 पोतों के साथ ओएसएल बाजार में अगुवा है।’’ बयान के मुताबिक ओएसएल का उद्यम मूल्य 1,700 करोड़ रुपये है।

हाल ही में ताजपुर बंदरगाह परियोजना के लिए लगाई है सबसे ऊंची बोली

देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बंदरगाह संचालक अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (एपीएसईजेड) लिमिटेड ने पश्चिम बंगाल सरकार की ताजपुर बंदरगाह परियोजना के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई है। एक आधिकारिक सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि एपीएसईजेड ने इस बंदरगाह की होड़ में जेएसडब्ल्यू ग्रुप को पीछे छोड़ दिया है। वित्तीय निविदा के दौर में एपीएसईजेड और जेएसडब्ल्यू ही शामिल थीं। हालांकि कुछ अन्य कंपनियों ने शुरुआती दौर में इसमें दिलचस्पी जताई थी।

सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम सामने न आने की शर्त पर बताया कि एपीएसईजेड ने इस बंदरगाह परियोजना के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई है।

अधिकारी ने कहा, “एपीएसईजेड ने सकल राजस्व के 0.25 प्रतिशत हिस्से की बोली लगाई है जबकि दूसरी कंपनी ने 0.23 प्रतिशत हिस्सेदारी की बोली लगाई थी।”

अधिकारी ने कहा कि राजस्व हिस्सेदारी बढ़कर चार प्रतिशत तक हो जाएगी लेकिन वह 99 साल की रियायत अवधि के अंतिम दौर में होगा। अधिकारी ने कहा कि एपीएसईजेड के सबसे बड़े बोलीकर्ता के रूप में उभरने के बाद एक प्रस्ताव तैयार किया गया है जिसे राज्य मंत्रिमंडल की अंतिम मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

-एजेंसियां