अब पीएम मोदी ने किया मां काली का जिक्र, कहा कि मां काली का आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ

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बीजेपी नहीं चूकती मौका

बीजेपी मौकों को भुनाने में माहिर है। वह इन्‍हें हाथ से नहीं जाने देती। महाराष्‍ट्र, असम, मध्‍यप्रदेश, कर्नाटक और गोवा में वह अपनी इस महारत को साबित कर चुकी है। 2014 में केंद्र की सत्‍ता में भी वह कांग्रेस के खिलाफ विरोध की लहर को भुनाकर ही आई थी। बीजेपी जानती है कि बंगाल में मां काली के साथ लोगों की आस्‍था कैसे जुड़ी है।

महुआ मोइत्रा का बयान आते ही तमाम स्‍थानीय बीजेपी नेता सक्र‍िय हो गए थे। अक्‍सर ऐसे बयान लोगों को मोबलाइज करने में मदद करते हैं। बीजेपी को भी इसका एहसास है। महुआ मोइत्रा ने फिल्‍ममेकर लीना मणिमेकई के बचाव में बयान दिया था। मणिमेकलई ने एक विवादित पोस्‍टर जारी किया था। इसमें देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था।

मोइत्रा के बयान के बाद टीएमसी ने उनके बयान से किनारा कर लिया था। बीजेपी नहीं चाहती कि उसे बैठे-बैठाए जो मुद्दा हाथों में लग गया है, वह उसे यूं ही जाने दे। वह पूरे दमखम के साथ इसे उठाने में लगी है। उसने महुआ मोइत्रा को गिरफ्तार करने की मांग करने के साथ उनके निलंबन की मांग की है।

काली मां पर विवादित (Kali Maa Controversy) बयानों को लेकर सियासत गरम है। इसके केंद्र में खासतौर से बंगाल (West Bengal Politics) है। राज्‍य में देवी का खास महत्‍व है।

सत्‍तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने हाल में देवी को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्‍होंने मां काली को मांसाहारी और शराब पीने वाली देवी बताया था। इसके बाद बंगाल सहित पूरे देश में एक सुर में उनका विरोध हुआ। पहली बार टीएमसी भी बैकफुट पर दिखी। उसने मोइत्रा के बयान से किनारा कर लिया।

-एजेंसियां


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