Agra News: एस.एन. मेडिकल कॉलेज में लैंगिक उत्पीड़न रोकथाम पर विशेष सत्र, छात्रों से कहा—“चुप्पी सबसे बड़ा खतरा”

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आगरा। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं को कार्यस्थल पर होने वाले लैंगिक एवं यौन उत्पीड़न से जुड़े अधिकारों और सुरक्षा प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आंतरिक समिति की अध्यक्ष एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. निधि गुप्ता ने कहा कि किसी भी अनुचित व्यवहार या घटना पर डरना या चुप रहना समाधान नहीं है। यदि कोई भी उत्पीड़न हो, तो उसकी शिकायत तत्काल आंतरिक समिति को करनी चाहिए।

डॉ. निधि गुप्ता ने विद्यार्थियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की परिभाषा, उससे जुड़ी परिस्थितियाँ और कानूनी सुरक्षा प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित माहौल तभी संभव है जब छात्र-छात्राएँ जागरूक रहें और समय पर अपनी बात सामने रखें।

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि एस.एन. मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न की रोकथाम के लिए एक सशक्त और सक्रिय आंतरिक समिति कार्यरत है। संस्थान का लक्ष्य है कि हर छात्र और महिला कर्मचारी को एक सुरक्षित, सम्मानपूर्ण और सहयोगी कार्यस्थल उपलब्ध कराया जाए।

कार्यक्रम के दौरान आंतरिक समिति की समन्वयक एवं फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ऋचा गुप्ता ने “शी-बॉक्स” ऑनलाइन शिकायत प्रणाली के बारे में बताया, जिसके जरिए पीड़ित सुरक्षित और गोपनीय रूप से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

इस अवसर पर डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. कामना सिंह, डॉ. गरिमा डंडी, डॉ. रेनू अग्रवाल, डॉ. अर्पिता और डॉ. सीमा भी उपस्थित रहीं।