आगरा। शहर भर में दीपावली की धूम है। शहर भर की इमारतें रंग बिरंगी रोशनी से जगमग हैं। दीपावली 31 अक्टूबर को या फिर एक नवंबर को, इस दुविधा के बीच ही तमाम लोगों ने आज ही दीपावली पूजन किया। घरों पर लगे वंदनवारों को देखकर ही लग रहा था कि ऐसे लोगों की संख्या भी खासी है जो आज ही दीपोत्सव मना रहे हैं। दिन भर जहां पूजन का सिलसिला चला, वहीं शाम होते ही धूम-धड़ाका होने लगा।
दीपावली पर दिन में गेंदा के फूलों की जमकर बिक्री हुई। सुबह गेंदा फूल जहां 150 रुपये किलो बिके, वहीं दोपहर आते आते यह रेट सौ रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। शाम होते होते गेंदा का फूल 50 रुपये किलो में भी उपलब्ध था। अच्छी क्वालिटी का गेंदा फूल सुबह के समय 200 रुपये प्रति किलोग्राम भी बिका।
दीपावली पर घरों को सजाने के लिए गेंदा खऱीदने वाले भी दिन भर बाजारों में पहुंचते रहे। ठेलों पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को बेचने वालों के यहां भी दिन भर भीड़ लगी रही। इसके साथ ही शहर के सभी प्रमुख बाजारों में भी खरीददारों की भीड़ उमड़ती रही।
समूचा शहर जगमग रोशनी से नहाया हुआ है। अपार्टमेंटस में सजावट सोसाइटी की ओर से कराई गई है जबकि घरों पर भी विद्युत झालरों की झिलमिल हर किसी को आनंदित कर रही है। सुबह से ही लोगों का मंदिरों में भी आवागमन लगा रहा।
शहर के प्रमुख बाजारों की रौनक भी देखते ही बन रही थी। दुकानों और शोरूम्स को दिवाली के लिए खास तौर पर सजाया गया है। बाजारों में भारी भीड़ भी उमड़ रही थी। सदर बाजार में दिवाली मेला चल रहा है। बड़ी संख्या में लोग सदर बाजार भी पहुंच रहे थे।
बाईपास स्थित ऑटोमोबाइल्स शोरूम की सजावट भी आकर्षक थी। इन शोरूम्स में दिवाली के दिन नई गाड़ी उठाने वाले रात आठ बजे के बाद भी जमे हुए थे। कई ऑटोमोबाइल्स शोरूम के सामने जमकर आतिशबाजी भी की जा रही थी।
शहर के आवासीय क्षेत्रों में आतिशबाजी की धूम थी। धमाके वाले पटाखों के साथ ही रंगीन रोशनी वाली आतिशबाजी भी खूब चलाई जा रही थी। बच्चों में तो आतिशबाजी की होड़ लगी हुई थी।
कोठी मीना बाजार समेत अन्य पटाखा बाजारों में भी भीड़ लगी हुई थी। पटाखा विक्रेताओं ने रात में रेट भी कम कर दिए थे क्योंकि उन्हें अपना स्टॉक खत्म करने की चिंता भी थी।
दीपावली के शुभ मुहूर्त को लेकर शहरवासियों के बीच अंत तक भ्रम की स्थिति बनी रही। बहुत से लोग आज ही दिवाली मना रहे हैं जबकि अनेक लोगों ने कल का दिन दीवाली के लिए चुना है। भ्रम की स्थिति में बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने तय किया है वे दोनों दिन दीवाली पूजन कर लेंगे।