खिलाड़ियों की नर्सरी बना आगरा का एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम

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स्टेडियम का हराभरा खेल का मैदान इन दिनों खिलाड़ियों से भी भरा है

एल एस बघेल,आगरा

स्थान-एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम सदर बाजार

दिनांक व समय – 5 अक्टूबर प्रातःकाल 6.32 बजे

आगरा में खेलकूद विभाग का इकलौता खेल का मैदान एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम इन दिनों नन्हे मुन्नों से लेकर युवा और बुजुर्ग तक की चहलकदमी से हराभरा रह रहा है। उधर बरसात का मौसम समाप्त होने के बाद से मैदान में घास पूरी तरह हरीभरी दिख रही है, उसपर भी ओस के कण जमा हैं। जोकि वहां घूमने अथवा दौड़ने वाले किसी भी महिला या पुरुष खिलाड़ी के मन को भा रहा है। वाकई इन दिनों स्टेडियम के मैदान की हरीभरी घास को देखकर मन प्रफुल्लित हो रहा है। ऊपर से इस बड़ी घास की कटाई भी चल रही है। मन करता है कि नंगे पैर ही घास पर चलें।

कहा जाए तो खिलाड़ियों की नर्सरी बन गया है आगरा का एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम। पौध के रूप में खिलाड़ी यहां से निकल रहे हैं। जो यूपी के अलावा अन्य राज्यों में ही नहीं बल्कि देश-विदेश में ताजनगरी का नाम रोशन कर रहे हैं। महिला क्रिकेट में तो आगरा के स्टेडियम की धाक जम गयी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हेमलता काला से लेकर प्रीति डिमरी सहित कई क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धाक जमा चुकी हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पूनम यादव और दीप्ती शर्मा तो अर्जुन अवार्डी हैं। इनसे पहले भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान ओलंपियन जगवीर सिंह देश-विदेश में ताजनगरी का नाम रोशन कर चुके हैं। इनके अलावा विजय सिंह चौहान का भी नाम खेल से जुड़ा बच्चा-बच्चा जानता है। टेबिल टेनिस में सुनयन चतुर्वेदी बंधुओं ने राष्ट्रीय स्तर पर काफी नाम कमाया है। वहीं आगरा टेबिल टेनिस संघ की सचिव डा. अल्का शर्मा भारतीय टेबिल टेनिस संघ की संयुक्त सचिव हैं। वे एक अच्छी टीटी खिलाड़ी भी हैं।

जिमनास्टिक के कई खिलाड़ी आगरा से नेशनल लेबल तक पहुंचे हैं। पावरलिफ्टंग और वेटलिफ्टिंग में ताजनगरी के कई खिलाड़ी स्टेडियम का नाम रोशन कर चुके हैं। ताईक्वांडो में आगरा स्टेडियम के खिलाड़ी शहर का नाम रोशन कर चुके हैं। स्टेडियम के पूर्व बाक्सिंग कोच राहुल सिंह के एक शिष्य ने नेशनल लेबल पर खूब नाम रोशन किया है। इसी तरह अन्य खेलों के कई खिलाड़ी ताजनगरी का नाम खेल के क्षेत्र में रोशन कर चुके हैं। स्कूल लेबल हाकी टीम विगत वर्ष नेशनल की विजेता रही है। इस टीम को राजीव सोई दिल्ली लेकर गये थे। हरदीप सिंह हीरा अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टर हैं। जो कि टीम इंडिया के कोच रहे हैं। उनके कई शिष्य अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टर हैं। जिन्होंने एकलव्य स्टेडियम में प्रशिक्षण पाया है।

कुल मिलाकर प्रातःकालीन सत्र में काफी संख्या में खिलाड़ी स्टेडियम के खेल मैदान में होते हैं। दौड़ने वाले खिलाड़ी तो अलग-अलग ग्रुपों में दौड़ रहे होते हैं। इनमें बाक्सिंग वाले अलग, फुटबाल वाले अलग, एथलेटिक्स वाले अलग वहीं बास्केटबाल, कुश्ती, कबड्डी आदि खेलों के खिलाड़ी भी सुबह अलग-अलग ग्रुप में दौड़ते हुए नजर आते हैं। हां जो शौकिया लोग ट्रैक पर चल रहे होते हैं, उनकी गाड़ी ये खिलाड़ी ट्रैक से फौरन उतार देते हैं। ऐसा आज ही नहीं रोजाना देखने को मिलता है।

शनिवार को सुबह तो फुटबाल कोच योगेश वर्मा ने दो बाक्सिंग के खिलाड़ियों को टोका भी। कहा कि इस तरह सीनियरों से पेश नहीं आना चाहिये। आप साइड से भी निकल सकते हैं। जो ट्रैक पर चल रहे हैं, उनको भी चलने दिया जाए। सभी प्रशिक्षक अपने -अपने गेम के बच्चों को कोचिंग देते रहते हैं। हाकी कोच मो. खलील एस्ट्रोटर्फ पर अपने प्रशिक्षुओं को सिखा रहे होते हैं। वहीं प्रभारी आरएसओ सविता श्रीवास्तव जिमनास्टिक हाल में अपने जिमनास्टों को ट्रेनिंग देती रहती हैं

क्रिकेट के लिये विभागीय कोच न होने के कारण वरिष्ठ क्रिकेटर शांतनु इस खेल के खिलाड़ियों को खेल की बारीकियां सिखा रहे हैं। टेनिस कोर्ट पर सुबह के समय तो शौकिया खिलाड़ियों का जमावड़ा रहता है। बैडमिंटन कोर्ट पर भी कई ग्रुप में लोग खेलते हैं।

कुल मिलाकर स्थायी क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी न होने के बावजूद एकलव्य स्टेडियम का माहौल काफी खुशनुमा लग रहा है। आज शाम को सीनियर फुटबाल टीम के ट्रायल भी होने हैं। जिनकी सुबह तैयारियां चल रही थीं। फुटबाल कोच मैदान का चिन्हांकन कराने के साथ ही उस पर सफेदी आदि डलवा रहे थे।

आगरा के तीन अर्जुन अवार्डी और एक द्रोणाचार्य को मिलते हैं उप्र सरकार से खेल पेंशन के रूप में 20 हजार रुपये महीना

आगरा। ताजनगरी के चार सम्मानित खिलाड़ियों और प्रशिक्षक को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 20 हजार रुपये महीने पेंशन मिलती है। इनमें तीन अर्जुन अवार्डी ओलंपियन जगवीर सिंह, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पूनम यादव और दीप्ती शर्मा के अलावा जिमनास्टिक के कोच डी के राठौर द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित हैं। इन चारों खेल हस्तियों को उत्तर प्रदेश सरकार से 20 हजार रुपये महीना पेंशन मिलती है। जिसका लेखाजोखा एकलव्य स्टेडियम में रहता है।

-up18News