ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी: तीन दशक से भी ज्यादा वक्त तक लोगों के दिलों पर किया राज…

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ताजदार अमरोही ने साल 2015 में ‘फिल्मफेयर’ को दिए इंटरव्यू में बताया था कि छोटी अम्मी मीना कुमारी के आखिरी दिन कैसे रहे थे। किस तरह वह उनके पिता कमाल अमरोही से माफी मांगती रहीं। ताजदार अमरोही ने उन शर्तों के बारे में भी बताया था जो उनके बाबा ने छोटी अम्मी मीना कुमारी से निकाह करने के दौरान रखी थीं, लेकिन वही शर्तें उनके रिश्ते में खाई की वजह बनीं।

मीना कुमारी संग सौतेले बेटे ताजदार अमरोही का बॉन्ड

ताजदार अमरोही सौतेली मां मीना कुमारी को छोटी अम्मी कहकर बुलाते थे। उन्होंने बताया था कि मीना कुमारी उन्हें बेहद प्यार करती थीं। वह उन्हें अपने और बाबा कमाल अमरोही के बीच सुलाती थीं। जब ताजदार अमरोही को देहरादून में बोर्डिंग स्कूल में भेज दिया गया, तो वहां भी मीना कुमारी उन्हें चिट्ठियां और चॉकलेट भेजतीं।

इस कारण रातोंरात हुआ था मीना कुमारी और कमाल अमरोही का निकाह

मीना कुमारी ने कमाल अमरोही के लिए घर छोड़ दिया था। यह बात बात जब कमाल अमरोही को पता चली तो उन्होंने तुरंत ही निकाह के लिए एक काज़ी बुलाने को कहा। इस बारे में ताजदार अमरोही ने बताया था, ‘एक दिन बाबा घर आए और पता चला कि छोटी अम्मी हमेशा के लिए अपना मायका छोड़कर चली गई हैं। बाबा पापी बनकर नहीं रहना चाहते थे। इसलिए एक काजी की व्यवस्था की गई और उसी रात साल 1952 निकाह कर लिया, लेकिन बाबा ने छोटी अम्मी से निकाह से पहले कुछ शर्तें रखी थीं। एक शर्त थी कि वह नई फिल्में साइन नहीं करेंगी। ऐसे कपड़े नहीं पहनेंगी, जिनमें तन-बदन दिखे। वह शाम 6 बजे के आसपास घर लौट आएंगी और कभी भी को-एक्टर से लिफ्ट नहीं लेंगी। उस वक्त छोटी अम्मी ने सारी शर्तें स्वीकार कर लीं।’

जब मीना कुमारी ने कहा, चाहो तो रिश्ता खत्म कर सकते हो

लेकिन जब मीना कुमारी की पहले साइन की हुई फिल्में पूरी होने की कगार पर पहुंचीं तो उन्होंने पति कमाल अमरोही से कह दिया कि वह वो सब नहीं कर सकतीं, जो वह चाहते हैं। मीना कुमारी ने कमाल अमरोही से कहा था, ‘मैं चार साल की उम्र से काम कर रही हूं। मुझे रोशनी की आदत है। मैं उसके बिना नहीं रह सकती। तुम चाहो तो इस रिश्ते को खत्म कर सकते हो।’ ताजदार अमरोही के मुताबिक, छोटी अम्मी मीना कुमारी की यह बात सुनकर बाबा (कमाल अमरोही) स्तब्ध रह गए थे। उनकी शादी को सिर्फ आठ ही महीने ही हुए थे।

तलाक नहीं देना चाहते थे कमाल अमरोही, यह थी वजह

आठ महीनों में ही मीना कुमारी ने कमाल अमरोही से तलाक लेने का फैसला कर लिया था, पर वह उन्हें तलाक नहीं देना चाहते थे। ताजदार के मुताबिक बाबा तलाक देकर अपने ‘सैयद’ परिवार के लिए एक गलत मिसाल कायम नहीं करना चाहते थे। परिवार में वह पहले व्यक्ति थे, जिसने किसी एक्ट्रेस से शादी की थी। उस वक्त तो कमाल अमरोही ने मीना कुमारी के साथ किसी तरह रिश्ता संभाल लिया लेकिन वक्त के साथ मीना कुमारी और कमाल अमरोही के रिश्तें खाई गहरी होती चली गई। दूरियां बढ़ती चली गईं।

1964 में हो गया था तलाक, दुखी अमरोही ने कही थी यह बात

और फिर वह वक्त आने में देर नहीं लगी, जब मीना कुमारी बिस्तर में टिक गईं। करियर के साथ-साथ निजी जिंदगी की उथल-पुथल ने उन्हें डिप्रेशन में पहुंचा दिया था। मीना कुमारी शराब पीने लगी थीं। वह खुद को इसमें डुबोए रखतीं। साल 1964 में मीना कुमारी और कमाल अमरोही का तलाक हो गया। कमाल अमरोही तब भी नहीं चाहते थे कि मीना कुमारी उन्हें छोड़कर जाएं इसलिए जब वह जा रही थीं तो कमाल ने उनसे कहा था- तुम जो दरवाजे खुले छोड़ गई हो, वो आज भी खुले हैं।

पछतावे में रोती रहीं मीना कुमारी, घर तोड़ने वालों को कोसती थीं

उस वक्त तो मीना कुमारी ने कमल अमरोही से रिश्ता तोड़ लिया लेकिन कुछ समय बाद ही उन्हें पछतावा होने लगा। पढ़ाई के बाद ताजदार अमरोही वापस लौटे तो तलाक की बात पता चली, और वह मीना कुमारी से मिलने पहुंच गए थे। ताजदार के मुताबिक, छोटी अम्मी (मीना कुमारी) रो रही थीं। उन्हें पछतावा हो रहा था। उन्हें अहसास हो रहा था कि इतने साल से उन्होंने कितनी गलतियां कीं। वह खुद को और फिल्म इंडस्ट्री को यह कहकर कोस रही थीं कि अल्लाह उन्हें कभी माफ नहीं करेगा, जिन्होंने मेरा घर बर्बाद किया।

आखिरी दिनों में कमाल अमरोही से माफी मांगती रहीं मीना कुमारी

आखिरी दिनों में तो मीना कुमारी का बहुत बुरा हाल हो गया था। ताजदार अमरोही ने उनकी हालत बयां की थी। उन्होंने कहा था कि मीना कुमारी मरना नहीं चाहती थीं। अपने अंतिम दिनों में वह रोजाना सूरज को ढलते हुए देखती थीं। ताजदार ने बताया था, ‘वह कहती थीं कि अपने बाबा से मेरे लिए प्रार्थना करने को कहो।। उनकी बहनों ने बाबा से कहा कि भाई चंदन, अगर मंजू (मीना कुमारी) ने कुछ गलत किया है तो उसे माफ कर दो क्योंकि तुम उसके पति हो। तब बाबा ने कहा था कि मैंने माफ कर दिया है।’

मीना कुमारी की वसीयत में था यह सब

ताजदार अमरोही के मुताबिक मीना कुमारी और उनके बाबा कमल अमरोही का कभी तलाक नहीं हुआ था इसीलिए उन्हें मझगांव के रहमताबाद कब्रिस्तान में दफनाया गया, जहां अमरोही परिवार के पूर्वज हैं लेकिन उनके बाबा को विलेन बना दिया गया। मीना कुमारी की मौत के 40 दिन बाद उनकी वसीयत मिली थी जिसमें कहा गया था कि उनका कुछ सामान शिया अनाथालय, मस्जिद और विधवाओं को दिया जाए।

-एजेंसी


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