पिछले सात दिन से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी पत्रकारों से बात करते हुए एक सवाल पर नाराज़ गईं. एक पत्रकार ने उनसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने बंगले की इंटीरियर डिजाइनिंग पर 45 करोड़ रुपए खर्च करने की रिपोर्ट के बारे में उनकी प्रतिक्रिया मांगी थी.
इस पर प्रियंका गांधी नाराज़ गईं और कहा, ‘‘आपको पॉलिटिसाइज करना ये सब?… नहीं… तो मैं चली जाती हूं.’’
कुछ दिन पहले मीडिया में ख़बरें आईं थी कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने बंगले की मरम्मत और इंटीरियर डिजाइनिंग पर 45 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं.
आम आदमी पार्टी ने 45 करोड़ रुपए खर्च करने वाली रिपोर्ट पर बयान जारी कर कहा था, “ये घर जर्जर हालत में था, इसे साल 1942 में बनाया गया था. यहां तीन हादसे हुए, सीएम के माता-पिता के कमरे की छत गिर गई, सीएम के बेडरूम की छत गिरी और उनके दफ़्तर की छत भी गिर गई. सार्वजनिक कार्य विभाग ने ये सुझाव दिया कि घर को दोबारा से बनाया जाए.”
पीडब्लूडी ने आकलन किया और ऑडिट के ऑर्डर दिए, इस ऑडिट रिपोर्ट में नया घर बनाने की सलाह दी गई. खर्च का एक बजट बना और उसे वित्त विभाग ने मंजूरी दी.
अधिकारियों का कहना है कि सीएम के घर पर 30 करोड़ रुपये ख़र्च किया गया और बाकी के पैसे सीएम आवास के कम्पाउंड में स्थित उनके कैंप ऑफ़िस में लगाए गए.
महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफ़आई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर कई पहलवान बीते रविवार से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार की रात बताया था कि बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न करने के आरोप में दो एफ़आईआर दर्ज की गई है.
प्रियंका गांधी ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को हटाने की मांग करते हुए कहा है कि इनके पद पर रहते निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती.
उन्होंने कहा, “जब देश की बेटियां मेडल जीतकर आती हैं, तो हम सभी गर्व करते हैं, लेकिन आज जब वही बेटियां न्याय के लिए सड़क पर बैठी हैं, तो कोई सुनने को तैयार नहीं. ऐसे में ज़रूरी है कि आरोपी को पद से हटाया जाए ताकि वो पद का दुरुपयोग कर खिलाड़ियों पर दबाव न बनाए.”
बृजभूषण को क्यों आख़िर बचा रही है सरकार?
प्रियंका गांधी ने कहा कि वे पूछना चाहती हैं कि सरकार बृजभूषण शरण सिंह को आख़िर बचाना क्यों चाहती हैं. पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई उम्मीद नहीं है. गांधी ने कहा कि सब जानते हैं कि कमेटी से क्या होता है. असल में यह सब मामले को टालने के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.
Compiled: up18 News
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