रूस (Russia) एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता करने जा रहा है. यूक्रेन इसके विरोध में था और पिछले कुछ दिनों से वह सुरक्षा परिषद की रूसी अध्यक्षता का लगातार विरोध कर रहा था. रूस के UNSC का अध्यक्ष बनने से यूक्रेनी सरकार बेहद खफा है. इसलिए, उसने इसे अप्रैल फूल पर सबसे भद्दा मजाक करार दिया है.
बता दें कि अप्रैल में रूस संयुक्त राष्ट्र के नियमों के तहत ही सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता कर रहा है. दरअसल, रूस सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों में से एक है और, सुरक्षा परिषद के 10 अस्थायी सदस्यों को मिलाकर यह संख्या 15 हो जाती है. इसमें सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्यों के पास 1-1 महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता आती है.
पिछली अध्यक्षता के दौरान ही किया था यूक्रेन पर हमला
यूक्रेन के रूसी अध्यक्षता का विरोध करने की बड़ी वजह है. दरअसल, रूस अब से पहले फरवरी 2022 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अध्यक्ष बना था, यह वही दौर था, जब रूसी सेना सेनाओं ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ दी थी और ऐसा करने से दुनिया रूस को नहीं रोक पाई थी. यूक्रेन के प्रतिनिधि विश्व बिरादरी से खुद को बचाने की गुहार लगा रहे थे, लेकिन चूंकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता रूस के पास थी, तो विश्व बिरादरी कोई ठोस एक्शन नहीं ले पाई.
व्यापारिक प्रतिबंधों की झड़ी लगाकर रूस को रोकने की कोशिश की गई
बाद में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने संयुक्त राष्ट्र के बाहर व्यापारिक प्रतिबंधों की झड़ी लगाकर रूस को रोकने की कोशिश की. हालांकि, रूस तब भी नहीं रुका और सैकड़ों प्रतिबंध लग जाने पर भी यूक्रेन में घुस गया. यूक्रेन पर उसके हमले फरवरी 2022 से हो रहे हैं, और जंग के अभी रुकने के आसार नहीं दिख रहे.
अब तक नहीं रुकी जंग
इस जंग में जहां रूस को अपने फौजी और हथियारों का नुकसान हुआ है, वहीं यूक्रेन बर्बाद हो गया है. लाखों लोग यूक्रेन छोड़कर अन्य देशों में शरण लेने के लिए जान बचाकर भागे. रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के घर-मकान, ऊर्जा-प्रतिष्ठानों, अस्पतालों, मेट्रो इत्यादि सब को तहस-नहस कर डाला. वहीं, यूक्रेन में हजारों सैनिक और आम नागरिक भी मारे गए हैं.