आगरा: सिकंदरा थाना क्षेत्र के जंगलों में बुरी तरह से घायल अवस्था में मिली नाबालिग को बेहतर इलाज और मेडिकल के लिए आगरा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस सुरक्षा के बीच नाबालिग को जिला अस्पताल लाया गया था। परिजनों का कहना है कि उसके साथ दरिंदगी हुई है। पुलिस ने भी जिला अस्पताल की इमरजेंसी को छावनी बना दिया था जिससे उस नाबालिग बच्ची के पास कोई भी ना पहुंच सके और उसे बेहतर इलाज मिल सके।
इस बीच बालिका की मां से मीडिया ने वार्ता की। गंभीर अवस्था में जंगल से बच्चे के मिलने के बाद परिवार बुरी तरह से टूट गया है। मां के आंसू रुक नहीं रहे हैं और मां सिर्फ यही मांग कर रही है कि उसकी बेटी को इंसाफ मिले।
दरिंदगी करने वालों को फांसी
नाबालिग की मां से वार्ता की तो उनका दर्द बुरी तरह से छलक गया। मां रो रो कर कहने लगी कि ‘उसकी बेटी के साथ जिसने भी दरिंदगी की है उसको सिर्फ फांसी की सजा मिले इससे कम वह कुछ और नहीं चाहती हैं। बेटी अभी नाबालिग है, मासूम है। उसको यह दर्द जिसने भी दिया है उसको फांसी के फंदे पर लटकाया जाए।’
होली खेल रही थी बेटी
पीड़ित नाबालिग की मां ने बताया कि बेटी लगभग तीन बजे घर के बाहर अपनी सहेलियों के साथ होली खेलने के लिए निकली थी। तभी बेटी को नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेहोश किया गया और जंगल में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की गई। पीड़िता की मां ने बताया कि ‘उसे नहीं पता कि कितने लोग उसको उठाकर ले गए थे और वह कौन लोग थे। मेरी बेटी होश में आएगी तभी वह यह जानकारी दे पाएगी। मेरी यही मांग है कि जिस भी मेरी बेटी के साथ यह कृत्य किया है उसको सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।’
पुलिस कार्यवाही में जुटी
बताते चलें कि गुरुवार को थाना सिकंदरा क्षेत्र अंतर्गत नाबालिग बेटी घर से गायब हुई थी जो आज सिकंदरा के जंगलों में घायल अवस्था में मिली। आनन-फानन में सिकंदरा पुलिस ने पीड़ित बच्ची को घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उसका उपचार किया जा रहा है।
इस मामले में पुलिस उपायुक्त विकास कुमार का साफ तौर पर कहना है कि जब तक बच्ची को होश नहीं आता और वह अपना बयान नहीं देती तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता कि उसके साथ क्या घटना हुई है। वह भी अभी मेडिकल का इंतजार कर रहे हैं मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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