बदायूं। बदायूं हत्याकांड के मुख्य आरोपी साजिद का पोस्टमार्टम के बाद शव लेने उसकी मां नजरीन पहुंची थी। उसने बताया कि उसके दोनों बेटे बदायूं में सैलून चलाते थे। मुहल्ले के लोग बहुत अच्छे थे, हमेशा मदद करते रहते थे। उसके बेटे ने दो बच्चों को मारकर गलत किया। उनकी मां पर क्या बीत रही होगी मैं समझ सकती हूं? पुलिस ने जो किया सही किया।
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मंगलवार (19 मार्च) शाम को हेयर ड्रेसर साजिद छुरे से वार कर बालक आयुष और अहान की हत्या कर रहा था, दरवाजे पर उसका भाई जावेद पहरा देता रहा। रात एक बजे बच्चों के पिता विनोद की ओर से दर्ज प्राथमिकी में इसका उल्लेख किया गया है। साजिद का रात ही एनकाउंटर किया जा चुका है। अब पुलिस जावेद की तलाश में लगी है। दोनों भाइयों पर हत्या का अभियोग दर्ज किया गया है। जावेद की गिरफ्तारी को चार टीमें लगाई गई है। अब तक उसका पता नहीं चल सका है। सखानू से पुलिस ने साजिद के पिता बाबू और उसके चाचा को पकड़ लिया है और पूछताछ की जा रही है।
ये है मामला
मंडी चौकी से आधा किमी दूर बाबा कालोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद सिंह मोहम्मदी में पानी की टंकी निर्माण करा रहे इसलिए मंगलवार को घर में नहीं थे। पुलिस के अनुसार, उनके पड़ोस में किराये की दुकान में साजिद सैलून संचालित करता है। मंगलवार शाम 4.30 बजे वह दुकान बंदकर गया। इसके बाद शाम 5:30 बजे अचानक विनोद के घर पहुंचा। उनकी मां होमगार्ड मुन्नी देवी ने बताया कि पड़ोसी दुकानदार होने के कारण साजिद से परिचय था।
जवाबी फायरिंग में मारा गया आरोपित
पुलिस के अनुसार, आरोपित मौके से फरार हो गया था। बाद में उसे पकड़कर थाने ले जाने के लिए वाहन में बैठाया। शेखूपुर के जंगल के पास वह अचानक वाहन से कूदकर भागा। घेराबंदी करने पर उसने तमंचे से फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी गोली चलाई, जिसमें वह मारा गया।
मुठभेड़ में सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हुए हैं। देर रात तक कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आईजी डा. राकेश पांडेय, डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी घटनास्थल पर मौजूद रहे। एसएसपी ने बताया कि आरंभिक तौर पर तीन हमलावरों की सूचना थी, मगर विनोद ने सिर्फ साजिद को हमलावर बताया।
-एजेंसी