आगरा: लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कारण लोगों की आंखें प्रभावित हो रही है। लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के चलते आगरा के जिला अस्पताल में नेत्र रोगियों की संख्या दुगनी हो चली है जिसको लेकर अब चिकित्सक भी काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। वायु प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से सामान्य रूप से आंखों का स्वास्थ्य और दृष्टि भी खराब हो रही है।
जिला अस्पताल के नेत्र चिकित्सक संजीव सक्सेना ने बताया कि वायु प्रदूषण से ड्राई आई सिंड्रोम, आंखों में पानी और जलन, धुंधली दृष्टि की समस्या को लेकर मरीज काफी संख्या में इलाज के लिए आ रहे हैं।
आगरा जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ संजीव सक्सेना ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में नेत्र रोग की ओपीडी में जो मरीज आ रहे हैं उनकी संख्या दुगनी हो गई है। अधिकतर मरीज आंखों में जलन, आंखों से पानी आना, धुंधला धुंधला दिखाई देना जैसी समस्या आ रही है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में शहर का पर्यावरण काफी दूषित हुआ है। पर्यावरण दूषित होने के कारण लोगों की आंखें विभिन्न रोगों से ग्रसित हो रही हैं। इस प्रदूषण के चलते ही अब ओपीडी में मरीजों की संख्या दुगनी हो गई है।
नेत्र मरीजों में आंखों में लाली और जलन जैसी सनसनी, आंखों से पानी बहना, आंखों में गंभीर खुजली, लाली, डिस्चार्ज, आंखों की सूजन, और आंखें खोलने में कठिनाई के साथ एलर्जी, संक्रमण का बढ़ा हुआ जोखिम,आंखों में किरकिरापन जैसी सनसनी, दृष्टि संबंधी समस्याएं, कमजोर दृष्टि, रंगों और दृश्यों को समझने में कठिनाइयां आंखों में सूखेपन का रोग या ड्राई आई डिजीज की समस्या हो रही है।
नेत्र चिकित्सक संजीव सक्सेना ने बताया कि कुछ निवारक क्रियाएं, जैसे धूप का चश्मा पहनना और वायुजनित दूषित पदार्थों के साथ आंखों के संपर्क को सीमित करना, आंखों को प्रदूषण से पहुंचने वाले नुकसान से बचाने में सहायता कर सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलने के बाद और जहां रुके हैं, वहां ठंडे पानी से आंखों को जरूर धो लेना चाहिए।
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