आयकर विभाग ने शिवसेना नेता यशवंत जाधव पर बड़ी कार्रवाई की है। बीएमसी की स्टैंडिंग कमेटी के पूर्व चेयरमैन जाधव की मुंबई में 41 संपत्तियों को कुर्क किया गया है। टैक्स चोरी के आरोप में जाधव पर यह एक्शन लिया गया है। इससे पहले शिवसेना नेता के घर और दफ्तर भी इनकम टैक्स विभाग ने छापे मारे थे। बताते चलें कि जाधव वही नेता हैं, जिनके पास से मिली एक डायरी में मातोश्री के आगे दो करोड़ लिखा हुआ था।
भायखला में 31 फ्लैट समेत 41 प्रॉपर्टी कुर्क
आयकर विभाग बीएमसी की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जाधव की करीब 41 संपत्तियां कुर्क की हैं। जब्त हुई संपत्तियों में बांद्रा में 5 करोड़ रुपये का एक प्लॉट भी शामिल है। इसके अलावा भायखला में 31 फ्लैट और बांद्रा में 5 करोड़ के दो फ्लैट भी अटैच किए गए हैं। आयकर विभाग की यह पिछले एक साल में यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। भायखला के बिलखाड़ी चैंबर्स बिल्डिंग में स्थित 32 फ्लैटों को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है। जाधव की पत्नी यामिनी जाधव भायखला से विधायक भी हैं।
डायरी में 10 करोड़ के भुगतान का जिक्र
शिवसेना के पूर्व पार्षद और नागरिक निकाय की स्थायी समिति के अध्यक्ष जाधव के पास से आयकर विभाग को एक डायरी मिली थी। इसमें उन्होंने एक रिहायशी बिल्डिंग में किरायेदारी से मालिकाना हक हासिल करने के लिए 10 करोड़ के भुगतान का जिक्र किया था। साथ ही इस डायरी में मातोश्री को 50 लाख की घड़ी और 2 करोड़ रुपये देने की बात भी लिखी गई थी। बताते चलें कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित घर का नाम मातोश्री है। हालांकि यशवंत ने पूछताछ के दौरान कहा कि मातोश्री का मतलब उनकी अपनी मां से है।
मातोश्री को दो करोड़ और 50 लाख की घड़ी का भी डायरी में जिक्र
कोलकाता की शेल कंपनी को 15 करोड़ रुपये के लेनदेन की जांच भी आयकर विभाग कर रहा है। जाधव के करीबी बिमल अग्रवाल की कंपनी को यह रकम वापस भेजी गई थी। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इन पैसों का इस्तेमाल जाधव ने एक होटल और एक घर खरीदने में किया। ये सारे लेनदेन 2018 और 2022 के बीच के बताए जा रहे हैं। उस दौरान जाधव बीएमसी की स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन थे। आयकर विभाग की पूछताछ में जाधव ने कहा था कि मातोश्री का मतलब उनकी मां से है और उनको दान में जो दो करोड़ रुपये मिले थे, इसका इस्तेमाल मराठी नववर्ष गुड़ी पड़वा के मौके पर गिफ्ट बांटने में किया गया। डायरी में एक जगह मातोश्री को 50 लाख रुपये की घड़ी देने का जिक्र था। हालांकि जाधव ने कहा कि अपनी मां के नाम पर उन्होंने घड़ियां बांटी हैं।
हवाला के जरिए जाधव ने किया भुगतान?
तफ्तीश में पता चला है कि जाधव ने अपने सहयोगी बिमल अग्रवाल की कंपनी न्यूजहॉक मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड से मदद ली। इस दौरान बिलकादी चैंबर्स में 31 फ्लैटों के किरायेदारी अधिकार हासिल करने के लिए पैसे खर्च किए गए। सूत्रों के मुताबिक जाधव ने कैश भुगतान किया था। इसके लिए अमेरिका और कनाडा में दो किरायेदारों की रकम हवाला के जरिए ट्रांसफर की गई। जाधव ने बिलकादी चैंबर्स का मालिकाना हक खरीदने के लिए 4 करोड़ रुपये अदा किए। जाधव के साथी बिमल अग्रवाल को कुछ साल पहले सीबीआई ने अरेस्ट किया था। 2018 में तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद अग्रवाल और जाधव एक साथ काम करने लगे। सूत्रों के मुताबिक अग्रवाल की जाधव ने कोरोना महामारी के दौरान मदद की। इसी के चलते उसे बीएमसी में 30 करोड़ रुपये के अलग-अलग ठेके मिले।
-एजेंसियां