उत्तर प्रदेश के मेरठ में लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला अब तूल पकड़ चुका है। पीड़ित लोग इकट्ठा होकर शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि रुपयों और रोटी का लालच देकर कुछ लोगों ने क्रिश्चियन बना दिया। हद तो तब हो गई, जब उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बाहर करने के लिए मजबूर किया।
पुलिस ने अब इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही इस प्रकरण में इंटेलिजेंस विभाग भी जानकारी में जुट गया है। पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश की जा रही है।
एसएसपी कार्यालय पहुंचे लोग मंगतपुर इलाके के हैं। अधिकतर लोग कूड़ा बीनने का काम करते हैं। बेहद गरीब तबके से ताल्लुक रखने वाले लोग कोरोना काल में ऐसे लोगों के संपर्क में आ गए, जो गैरकानूनी तरीके से धर्म परिवर्तन करवाते हैं। इन्हें रुपये और खाने का लालच दिया गया। अब आरोप यह है कि यह लोग उनके घरों से हिंदू देवी देवताओं की मूर्ति बाहर करने की बात कर रहे हैं। साथ ही ने ईसाई धर्म को पूरी तरह से अपनाने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
पीड़ित परिवारों की मानें तो इलाके के 400 लोग काफी परेशान हैं। इनका आरोप है कि धर्म परिवर्तन कर दिया गया है। साथ ही कुछ इन्हीं के लोगों को रुपया देकर धर्म परिवर्तन के लिए एजेंट बना दिया गया है। इलाके में एक अस्थायी रूप से चर्च भी बना दिया है। एसएसपी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
-एजेंसी