पाकिस्तान में क़ुरान के कथित अपमान के बाद बाद ईसाई समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा के मामले में अब तक 128 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये हिंसा बुधवार को फ़ैसलाबाद के जरांवाला तहसील में हुई थी.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने इस पूरे मामले को देश में माहौल खराब करने की साजिश बताया है. मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया गया है.
पंजाब प्रांत के आईजी डॉ. उस्मान अनवर के अनुसार फिलहाल इलाके में हालात शांतिपूर्ण हैं. और 3500 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है.
उन्होंने मामले में 128 अभियुक्तों की गिरफ़्तारी की पुष्टि भी की है. इलाक़े में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए धारा 144 लागू है. इस प्रकरण पर अमेरिका की तरफ़ से प्रतिक्रिया आई है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने इस मामले पर कहा, ”हम क़ुरान के कथित अपमान को लेकर पाकिस्तान में चर्च और रिहायशी इलाक़ों को निशाना बनाए जाने की घटना को लेकर चिंतित हैं.”
उन्होंने कहा, ”हम शांतिपूर्ण तरीके से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोगों को अपने धर्म का पालन करने के अधिकार का समर्थन करते हैं. किसी भी तरह की हिंसा या हिंसा की धमकी अभिव्यक्ति के तौर पर स्वीकार नहीं की जा सकती. हम पाकिस्तान सरकार ने मामले की जांच की अपील करते हैं.”
क़ुरान के कथित अपमान से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने एक दिन पहले जरांवाला में स्थानीय ईसाई आबादी पर हमला कर दिया था.
इसमें कई चर्चों समेत घरों और सरकारी इमारतों में तोड़फोड़ और आग़जनी की गई थी.
Compiled: up18 News