फ़्रांस में पेंशन नियमों में बदलाव के ख़िलाफ़ मई दिवस पर प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में 108 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
फ़्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड डार्मेनिन ने कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों का घायल होना अप्रत्याशित है.
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 291 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
फ़्रांस में इमैनुएल मैक्रों की सरकार की ओर से पेंशन नियमों में बदलाव का काफ़ी विरोध हो रहा है. पिछले कई महीनों से नए पेंशन नियमों के ख़िलाफ़ लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. 1 मई को मई दिवस पर भी लोग बड़ी तादाद में पूरे फ़्रांस की सड़कों पर उतर आए थे.
ज़्यादातर जगहों पर प्रदर्शन शांतिपूर्ण थे, लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पेट्रोल बम और पटाखे फेंकने शुरू कर दिए, जिससे 108 पुलिसकर्मी घायल हो गए. अभी ये पता नहीं चल पाया है कि कितने प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं.
प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदर्शन के दौरान इस तरह की हिंसा किसी भी हालात में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
फ़्रांस में नए नियमों के मुताबिक़ पेंशन पाने की उम्र 62 से बढ़ा कर 64 साल कर दी गई है. देश के श्रम संगठन नए नियम को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
Compiled: up18 News