मिट्टी के घड़े में पानी न केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है बल्कि इसमें भरा पानी पीने से कई अन्य सेहत लाभ भी होते हैं। खासकर गर्मी का मौसम आते ही अधिकांश घरों में स्टील, तांबे के मटके हटाकर मिट्टी के घड़े में पानी रखना शुरू कर दिया जाता है। आखिर गर्मी के मौसम में ठंडे पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है।
गर्मियों में मटके का पानी पीना काफी फायदेमंद माना जाता है, इसमें पानी प्रकृतिक तौर पर ठंडा रहता है। घड़े (मटके) और सुराही में पीने से सर्द गर्म की समस्या नहीं होती, लेकिन कुछ लापरवाहियां इसे नुकसानदेह भी बना सकती हैं।
आइए जानते हैं 10 फायदे के बारे में-
मिट्टी से बने घड़े या मटके में मृदा के खास गुण होते हैं, जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते हैं। इसका पानी हमारे शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त कर प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में फायदेमंद साबित होता है।
अच्छी सेहत के लिए मिट्टी के घड़े का पानी पीना फायदेमंद है। इसका तापमान सामान्य से थोड़ा ही कम होता है जो ठंडक तो देता ही है तथा चयापचय या पाचन की क्रिया को बेहतर बनाने में हमें मदद करता है। इसे पीने से शरीर में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर भी बढ़ता है।
घड़े या मटके के का पानी का पीएच संतुलन सही होता है। मिट्टी के क्षारीय तत्व और पानी के तत्व मिलकर उचित पीएच बेलेंस बनाते हैं, जो शरीर को किसी भी तरह की हानि से बचाते हैं और संतुलन बिगड़ने नहीं देते।
गर्भवती महिलाओं के लिए मिट्टी के घड़े में रखा ठंडा पानी पीने से उनकी सेहत को फायदा मिलता है, उसमें पाया जाने वाला मिट्टी का सौंधापन अच्छा लगता है। डॉक्टर भी प्रेग्नेंट लेडीज को फ्रिज का ठंडा पानी पीने की सलाह नहीं देते है।
फ्रिज के पानी की अपेक्षा मटके का पानी अधिक फायदेमंद है क्योंकि इसे पीने से कब्ज तथा गला खराब होने जैसी समस्याएं नहीं होती है। फ्रिज का पानी पीने में तो ठंडा लगता है, लेकिन यह हमारे शरीर में गर्मी को बढ़ाता है, इसके अलावा मिट्टी के घड़े का पानी सही मायने में हमारे शरीर को ठंडक देता है।
गर्मी के मौसम में मिट्टी के घड़े का पानी पीने से शरीर की थकावट दूर होती है, इतना ही नहीं यह एसिडिटी तथा सिरदर्द की समस्या भी दूर करने में कारगर है।
मिट्टी से बने घड़े में कई प्राकृतिक गुण होने के कारण यह हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करते है तथा कई बीमारियों से लड़ने की ताकत भी हमें देता है।
मटके का पानी प्राकृतिक तौर पर ठंडा होता है, जबकि फ्रिज का पानी इलेक्ट्रिसिटी की मदद से ठंडा होता है, जो हमारे शरीर को लाभ नहीं बल्कि हानि पहुंचाता है। मटके एक बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें बिजली की बचत भी होती है और मटके बनाने वालों को भी लाभ होता है तथा रोजगार मिलता है।
इतना ही नहीं हम फ्रिज में पानी रखते समय प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल करते हैं, जो कि पानी को अशुद्ध कर देता है, और वहीं पानी हम पीते हैं तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। है। अत: मिट्टी के घड़े में पानी हमें इस नुकसान से बचाता है।
मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू के कारण मटके या घड़े का पानी पीने में अधिक आनंददायक होता है तथा यह शरीर की बीमारियों को एकदम से खत्म करने की क्षमता रखता है।
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