मैं चालाक लोगों के साथ काम नहीं कर सकती- मयूरी देशमुख

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मुंबई : मराठी फेम मयूरी देशमुख ने अपने अभिनय कौशल से इंडस्ट्री में दर्शकों का खूब दिल जीता है और अब वह स्टार प्लस के चर्चित टीवी शो ‘इमली’ में मालिनी के किरदार से दर्शकों दिल जीतती नज़र आ रही हैं। आपको बता दें कि मयूरी ने इस शो से अपना पहला हिंदी डेब्यू किया है। इस शो में वह दिल्ली विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर की भूमिका निभाती नज़र आ रही हैं। मयूरी के निजी जीवन की बात करें तो वह पेशे से एक डेंटल सर्जन हैं ऐसे में कैसे उन्होंने पहली बार एक्टिंग में कदम रखा और कैसे मराठी इंडस्ट्री से हिंदी टेलीविजन में डेब्यू किया इसपर उन्होंने अपने फैन्स और दर्शकों से कुछ ख़ास बातें बताई

एक ओर जहाँ मयूरी को मालिनी के किरदार में दर्शक बहुत प्यार दे रहे हैं वहीं उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि कैसे वह कभी भी हिंदी के टॉप ड्रामे का हिस्सा नहीं बनना चाहती थी। इसपर अधिक जानकारी देते हुए वे कहती हैं, “जब निर्माताओं ने मुझे मालिनी के किरदार में ऑडिशन देने के लिए बुलाया, तो मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। वास्तव में, मैं उन्हें दोबारा अपनी ओर से फोन भी नहीं कर रही थी, लेकिन वे लुक टेस्ट के लिए हमेशा मुझतक पहुंचने का प्रयास करते रहे। उन्हें मुझे इस किरदार के लिए चुनने को लेकर पूरा विश्वास था। मुझे हिंदी धारावाहिकों के बारे में एक पूर्व धारणा थी कि उसमें बहुत सारा मेलोड्रामा होता है। साथ ही, मेरा किरदार मुख्य भी नहीं है जबकि मैंने अबतक केवल लीड प्रोजेक्ट्स ही किए हैं। मैं यह बिलकुल नहीं चाहती थी कि मेरे मराठी प्रशंसक यह सोचें और कहे कि मराठी धारावाहिकों में तो यह इतने अच्छे किरदारों में काम करती हैं तो फिर अचानक हिंदी शोज़ में ये इतना छोटा रोल क्यों कर रही है। इसलिए जब मुझे लुक टेस्ट के दौरान स्क्रिप्ट मिली, तो मैंने निर्माताओं से कहा कि मैं इस किरदार को अपने तरीके से निभाऊंगी, जो कि स्वाभाविक रूप से सही लगे। मुझे यकीन था कि निर्माता इस बात के लिए मुझे रिजेक्ट कर देंगे। लेकिन यह किरदार मेरे किस्मत में था और उन्होंने इस शर्त को मंजूरी देदी।

निर्माताओं की जो बात मुझे सबसे ज्यादा पसंद आई वह थी कि अगर तुम्हे यह प्रोजेक्ट नहीं पसंद आया तो हमारे पास इसके अलावा और तीन प्रोजेक्ट्स हैं जिनमें से मैं अपना चुनाव कर सकती हूँ। एक अभिनेत्री के रूप में इस तरह का सम्मान और अनुग्रह काफी था। उन्हें कोई अहंकार नहीं था और मैंने इसके लिए अपनी हामी भी भर दी और अपने पहले हिंदी टीवी करियर की शुरुआत की।”

भविष्य में हिंदी टीवी धारावाहिकों का हिस्सा बनने को लेकर उन्होंने बताया, “मुझे इमली की पूरी टीम से प्यार है और उनके पास एक सही मानवता और सही व्यावसायिकता है। मैं चालाकी से काम करने वाले लोगों के साथ काम नहीं कर सकती, जिनके पास अच्छी वाइब्स नहीं हैं। अब इस हिंदी धारावाहिक को करने के लिए मेरे पास कोई समय सीमा नहीं है।”

एक डेंटिस्ट से एक्ट्रेस बनी मयूरी ने कभी भी अभिनेत्री बनने के बारे में नहीं सोचा था, उन्होंने बताया, “मैं बहुत पढ़ाकू लड़की रही हूँ। जब मैं दूसरे वर्ष बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) में थी, तो मैंने महसूस किया कि इतनी पीड़ा लेने और इतनी मेहनत से पढ़ाई करने के बाद, मैं बिल्कुल भी खुश नहीं थी। मैं अपने कॉलेज के दिनों में अपनी पढ़ाई की दुनिया में खोई हुई थी। लेकिन हां, मैं अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में नाटक लिखती थी और उनमें अभिनय भी करती थी। इसलिए जब मैंने अपने माता-पिता को बताया कि मैं जो कर रही हूँ उसमें खुश नहीं हूँ और एक लेखक, निर्देशक और अभिनेता के रूप में थिएटर में अपना कॅरियर आजमाना चाहती हूँ, तो उन्होंने मुझे पहले पढ़ाई पूरी करके पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी करने और थिएटर और कला में हाथ आजमाने को कहा क्योंकि शिक्षा उनकी पहली प्राथमिक्ता थी और तब से लेकर आज तक मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।“

-अनिल बेदाग़-
-up18 News