बैठे-बैठे आने वाली नींद थकान की वजह से नहीं बल्कि आपकी ही कुछ आदतों का परिणाम है

Life Style

ऑफिस का काम करते-करते अकसर नींद आने लगती है। आप कॉफी पर कॉफी पीते हैं लेकिन कोई असर नहीं होता है। अब करें क्या, नींद के कारण आपसे काम हो भी नहीं रहा है और आप सो भी नहीं सकते हैं। आपको बता दें कि ये नींद का बोझ आपके काम ने नहीं बल्कि खुद आपने लाद रखा है। बैठे-बैठे आने वाली नींद थकान की वजह से नहीं बल्कि आपकी ही कुछ आदतों का परिणाम है। इन छोटी-छोटी आदतों को बदलकर आप काम करते वक्त नींद को छू-मंतर कर सकते हैं।

ब्रेक के समय

एक रिसर्च के अनुसार जो लोग खाते समय फोन का इस्तेमाल करते हैं, मेल या सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं, वे ज्यादा थका हुआ महसूस करते हैं। सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से हमारी मेमरी को अचानक इतनी सारी सूचनाएं मिलती हैं कि इसका परिणाम एंगजाइटी के रूप में सामने आता है। इसलिए लंच ब्रेक में अपने दिमाग को भी पूरा ब्रेक दें।

काम टालने से नहीं बनेगी बात

अकसर हम आराम करने के लिए काम को टाल देते हैं। लेकिन इससे आराम मिलने की बजाय स्ट्रेस बढ़ता है क्योंकि पेंडिंग काम की वजह से उसे पूरा करने का तनाव बना रहता है। बेहतर है कि अपने काम को कई हिस्सों में बांट लें। हर हिस्सा पूरा होने पर आपको मोटिवेशन मिलेगा और चाहें तो इनके बाद आप ब्रेक भी ले सकते हैं।

बात-बात पर मैगी ऑर्डर करते हैं?

काम के बीच में स्नैक्स लेते रहें। स्नैक्स में ऐसी चीजें शामिल करें जिनमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट्स और फाइबर का बैलेंस हो। आप अपने साथ अलग-अलग तरह के फल रख सकते हैं।

मोजे से भी नींद

आपके पैरों से थोड़ा-थोड़ा पसीना आता रहता है। ऐसे में आधे दिन के बाद मोजे बदल लें। इससे आपको ताजगी महसूस होगी। नए जोड़े मोजे पहनने से पहले पैरों में कोई कूलिंग बाम का भी इस्तेमाल करें।

पानी से राहत

पानी की थोड़ी सी कमी भी शारीरिक और मानसिक क्षमता को 10 प्रतिशत तक कम कर सकती है। इसका यह मतलब नहीं है कि आप ऐनर्जी ड्रिंक्स का इस्तेमाल करें। इनमें काफी मात्रा में शुगर होता है। ब्लड शुगर बढ़ने पर आपको और आलस आएगा। इसलिए अपनी डेस्क पर हमेशा पानी की बॉटल रखें और थोड़े-थोड़े समय पर पीते रहें।

बाहर निकलें

ऑफिस के अंदर की आर्टिफिशल लाइट, नैचरल लाइट से काफी मंदी होती है। ऐसे में स्लीप हॉर्मोन्स बढ़ने लगते हैं। खुद को जगाए रखने के लिए बीच-बीच में बाहर नैचरल लाइट में होकर आएं।

च्वूइंग गम

च्वूइंग गम चबाना आपको जगाए रखने में मदद कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार च्वूइंग गम चबाने से हार्ट रेट बढ़ता है और ब्रेन में ब्लड फ्लो भी ज्यादा होता है। इससे आप अलर्ट रहते हैं।

उठ जाओ बॉस!

ज्यादा देर तक बैठे रहने से हार्ट रेट कम होता है। मांस-पेशियों में खून और ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है और हमें नींद आने लगती है। इसलिए काम के बीच में उठकर थोड़ा चलते-फिरते रहें। शरीर के मूवमेंट से नींद दूर होगी।

पलक झपकाने से भी जाएगी नींद

एक जापानी स्टडी के अनुसार पलकों के झपकाने से भी दिमाग की अलर्टनेस बनी रहती है। अकसर काम में मशगूल हम पलकें कम झपकाने लगते हैं और हमें पता भी नहीं चलता हैं। इससे नींद आने लगती है।

-एजेंसियां


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