जानिए आज सुबह से ही ट्विटर पर क्यों ट्रेंड कर रहा है #UninstallHotstar ?

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मुंबई। ट्विटर पर शुक्रवार सुबह से #UninstallHotstar हैशटैग ट्रेंड हो रहा है। यूजर्स भड़के हुए हैं। लगातार ओटीटी ऐप को स्‍मार्टफोन से हटाकर उसका स्‍क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। कई तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। एक ने तो यहां तक लिखा है, ‘जो हमारे प्रभु श्रीराम का नहीं! वह मेरे किसी काम का नहीं।’

जाहिर तौर पर पहली नजर में इसे देखकर आप भी हैरान हो गए होंगे कि आख‍िर ऐसा क्‍या हो गया। वैसे भी बीते कुछ साल में आए दिन किसी न किसी ओटीटी प्‍लेटफॉर्म के बायकॉट को लेकर ऐसे ट्रेंड्स आते रहे हैं लेकिन सवाल फिर भी यही है कि आख‍िर ऐसा क्‍या हो गया जो लोग इस तरह ‘हॉटस्‍टार’ के ख‍िलाफ खड़े हो गए हैं?

पहली जानकारी तो यह है कि ऐसा एक वेब सीरीज के कारण हो रहा है। सीरीज का नाम है ‘द एम्‍पायर’ (The Empire) और यह ‘बाबर’ (Babur) की कहानी पर आधारित है। आइए अब समझते हैं कि यह पूरा माजरा शुरू कहां से हुआ है।

एक्‍ट‍िविस्‍ट विकास पांडे ने की थी श‍िकायत

‘द एम्‍पायर’ ओटीटी प्‍लेटफॉर्म पर 27 अगस्‍त से स्‍ट्रीम हो रहा है। इसमें कुणाल कपूर के साथ डिनो मोरिया और शबाना आजमी भी हैं। यह सीरीज मुगल राजा बाबर की कहानी पर आधारित है। निख‍िल आडवाणी की यह सीरीज एक उपन्यास ‘एम्पायर ऑफ द मुगल – रेडर्स फ्रॉम द नॉर्थ’ पर आधारित बताई जा रही है।

इसके लेखक एलेक्स रदरफोर्ड हैं। अब दिलचस्‍प बात यह है कि सीरीज के ट्रेलर को देखने के बाद एक सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल और एक्‍ट‍िविस्‍ट विकास पांडे ने ‘हॉटस्‍टार’ से इसकी शिकायत की थी, जिसे ओटीटी ऐप के अध‍िकारियों ने खारिज कर दिया है।

ट्रेलर में कही गई इस बात से भी आपत्त‍ि

सीरीज के ट्रेलर में बाबर का किरदार एक जगह कहता है कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि जिंदगी कितनी लड़ती है, क्‍योंकि अंत में जीत मौत की होती है और वह 14 साल की उम्र से ही मौत से लड़ रहा है। सीरीज में यह भी दिखाया गया है कि कैसे बाबर ने भारत में लोधी सम्राज्‍य पर हमला किया था।

श‍िकायतकर्ता का कहना है कि सीरीज में बाबर का महिमामंडन किया गया है।

हत्‍यारा था बाबर, हिंदुओं पर किया अत्‍याचार

शिकायतकर्ता विकास पांडे ने इस बात पर आपत्तिजनक जताई है कि बाबर एक हत्यारा था और उसने भारत की जीत में लाखों हिंदुओं को मार डाला। राम जन्मभूमि को भी नष्ट कर दिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि यह सीरीज ‘बाबर’ का महिमामंडन करती हुई जान पड़ती है और यह आपत्तिजनक है। विकास ने अपनी श‍िकायत में यह भी लिखा है कि 500 से अधिक वर्षों के बाद भी बाबर की हरकतें दुनियाभर के हिंदुओं के लिए दर्द का कारण हैं और इसलिए यह शो भारत में गंभीर कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा कर सकता है।

ओटीटी ने कहा, हमने कोर्ट या राम लला का संदर्भ नहीं लिया

अब श‍िकायत पर ‘हॉटस्टार’ की ओर से जवाब देते हुए कहा गया है कि उनकी सीरीज ‘बाबर’ का महिमामंडन नहीं है। न ही यह वेब सीरीज राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला के विराजमान के पक्ष में 2019 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ही संदर्भ देती है। ओटीटी ऐप ने कहा, ‘शिकायतकर्ता ने इस बारे में बात की कि कैसे बाबर लाखों हिंदुओं की हत्या और जबरन धर्म परिवर्तन के साथ-साथ मंदिर को ध्वस्त करने और उसी भूमि पर उसके नाम पर एक मस्जिद का निर्माण करने के लिए जिम्मेदार है। सीरीज में ऐसा कोई संदर्भ नहीं रखा गया है।’

सिर्फ ट्रेलर देखकर राय न बनाएं

बहरहाल, एक ओर जहां ओटीटी ऐप के श‍िकायत अध‍िकारी ने विकास पांडे की मांग को खारिज कर दी है, वहीं इसके बाद से ही ट्विटर पर ऐप और सीरीज का विरोध शुरू हो गया है। हालांकि, मेकर्स का भी यह कहना है कि सीरीज में कुछ भी आपत्त‍िजनक नहीं है। न ही इसमें कुछ ऐसा है जो तनाव पैदा कर सकता है। ऐसे में श‍िकायतकर्ता का सिर्फ ट्रेलर देखकर यह मान लेना कि सीरीज में ‘बाबर’ को हीरो की तरह दिखाया गया है, गलत है।

-एजेंसियां