कोई जहर यदि इतना महंगा होगा तो जाहिर है उसकी कोई बड़ी वजह भी होगी। कैंसर और ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारियों का अब तक इलाज नहीं मिला है लेकिन एक बिच्छू के जहर से कुछ उम्मीदें बंधी हैं। हालांकि रिसर्च अब भी चल रही हैं। आइए जानते हैं इस बिच्छू का जहर इतना महंगा क्यों होता है।
दुनिया के सबसे खतरनाक बिच्छुओं में शुमार इस खास बिच्छू के करीब साढ़े तीन लीटर जहर की कीमत ढाई अरब रुपये से ज्यादा है। इसे अगर हम कम मात्रा में समझकर देखें तो एक बूंद जहर की कीमत करीब 135 डॉलर आएगी।
पहले इस बिच्छू का नाम जान लीजिए। इस बिच्छू का नाम है Deathstalker, मतलब नाम में ही डेथ लगा है। दिलचस्प बात यह है कि इसका जहर इतनी सावधानी से निकाला जाता है जिससे बिच्छू को चोट न पहुंचे। इसके लिए बिच्छू के डंक में बिजली के हल्के झटके दिए जाते हैं। जिस समय जहर निकल रहा हो, उस दौरान पास मौजूद इंसान की मौत तक का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए विशेष प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है जिससे सुरक्षा में कोई चूक न हो।
सामान्य तौर पर यह बिच्छू 0.5 एमजी जहर निकालता है। अब आप सोच रहे होंगे कि इतने खतरनाक बिच्छू के महंगे जहर का क्या होता है। अब तक आर्थराइटिस जैसी कई बीमारियों एवं इंसानों के शरीर में होने वाले असहनीय दर्द के इलाज में इसका इस्तेमाल होता आया है लेकिन अब कैंसर के इलाज में भी इस जहर का इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्रेन ट्यूमर के इलाज में भी यह जहर कारगर है। डायबिटीज के मरीजों के इलाज में इसके जहर का इस्तेमाल होता है।
एक्सपर्ट बताते हैं कि बिच्छू की दुनियाभर में 2000 प्रजातियां पाई जाती हैं। ये हमेशा अंधेरे में छिपकर रहते हैं और ज्यादातर रात में बाहर निकलते हैं। ये ज्यादा ठंडी और गर्मी में भी आराम से रह सकते हैं।
-एजेंसी