यमुनोत्री से लौटी यमुना प्रदूषण मुक्ति जन-अभियान यात्रा, पर्यावरणविदों का हुआ स्वागत

Press Release

मथुरा। यमुना प्रदूषण मुक्ति जन-अभियान की छः दिवसीय यमुनोत्री यात्रा आज मथुरा-वृंदावन के प्रमुख बाजारों में जनसंपर्क करते हुए होलीगेट पर समाप्त हुई। इस दौरान स्थानीय नागरिकों और परदेसी श्रद्धालुओं ने भी यमुना प्रदूषण मुक्ति की माँग के पक्ष में नारे लगा कर और अपने संपर्क साझा कर अभियान को समर्थन दिया।

इस से पूर्व कल (22 मई) गाजियाबाद के संघमित्रा बौद्ध विहार में दिल्ली -एनसीआर के पर्यावरणविदों, शिक्षकों, वकीलों व अन्य बुद्धिजीवियों के साथ एक परिचर्चा आयोजित हुई।

यमुना प्रदूषण मुक्ति जन-अभियान के संयोजक सौरभ चतुर्वेदी ने इस यात्रा के प्रयोजन को स्पष्ट करते हुए यमुना के सांस्कृतिक, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक व पर्यावरणीय पहलुओं पर प्रकाश डाला।

ललिता रावत और ऊषा पटवाल ने यात्रा के अनुभव साझा करते हुए यमुना की दुर्दशा बयान की। मुनीश कुमार ने यमुना स्वच्छता के लिए व्यापक जनआंदोलन हेतु एकजुट होने का आह्वान किया।

अगली सुबह (23 मई) को टीम ने वजीराबाद डैम, सिग्नेचर ब्रिज और कालिंदी कुंज से यमुना जल के नमूने इकट्ठे किए और दिल्ली में दम तोड़ती यमुना में गिरते नालों का दौरा कर उनकी वीडियो रिकार्डिंग करने के बाद वृंदावन की ओर रूख किया तथा रंग जी मंदिर, केशी घाट, लोई बाजार, बाँके बिहारी मंदिर और होलीगेट क्षेत्र में प्रचार किया।

इस अभियान में सरस्वती जोशी, ललिता रावत, ऊषा पटवाल, कौशल्या, राजेन्द्र, गोपाल लोदियाल, ललित उप्रेती, योगेश इंसान, उपेन्द्र नाथ चतुर्वेदी, मुनीश कुमार और सौरभ चतुर्वेदी शामिल रहे।