जो धरोहर हमारी नहीं, वहां नमाज़ करना गलत: राष्ट्रीय मुस्लिम मंच

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राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के प्रतिनिधि मंडल ने आज श्रीकृष्ण जन्मस्थान में दर्शन कर यहां मस्जिद की नींव मंदिर की ही होने के प्रमाणों का निरीक्षण किया। इस दौरान एक सदस्य ने कहा कि जो धरोहर हमारी नहीं वहां नमाज करना भी गलत है। इस जगह की गयी इबादत कबूल नहीं होती।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री तुषारकान्त के नेतृत्व में यह समूह आज श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचा। उन्होंने यहां मंदिर में दर्शन किये और करीब एक घंटे तक यहीं पर समय बिताया। दर्शनों के दौरान मंदिर के पुजारी ने सभी को प्रसाद दिया व भगवान की प्रसादी माला भेंट की। पदाधिकारियों ने मंदिर के हर उस स्थान का निरीक्षण किया जहां से मंदिर के अति प्राचीन होने के प्रमाण मिले। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने मीडिया से मुखातिब होते हुये अपनी बात कहीं। ये सभी सदस्य मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार के निर्देश पर मथुरा आये थे।

इस दौरान रेहाना खातून ने मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा कि हम हिंदुस्तानी हैं सभी अमन चैन बनाकर रखें। उन्होने आगे कहा कि यह श्री कृष्ण जन्मभूमि है, यहां पर विदेशी आक्रमणकारियों ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाईथी, यहां पर की गई इबादत कबूल नहीं होगी। यहां हर चीज पुरानी है। आसिफ जाफ़री ने कहा कि जो धरोहर हमारी नहीं वहां नमाज करना भी गलत है। इंद्रेश जी ने हमें यहाँ भेजा है, हम उनके आभारी हैं जो असलियत देख रहे हैं। यह धरोहर है इसे तोड़कर मस्जिद बनाई है। मस्जिद में कोई आकृति नहीं होती यहां अवशेष मंदिर के हैं। मरियम खान ने कहा कि हमारा इस्लाम आपस में झगड़ा करना नहीं सिखाता। हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं आने वाली पीढ़ी को गलत संदेश देने से अच्छा है बैठकर मामले को निपटा लें, झगड़ा कर वक्त खराब न करें। अगर हिन्दू समाज की जगह है तो मान लें, इसमें कोई बुराई नहीं हैं। यह जगह इनकी हैं इन्हें सौंप दें।

राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री तुषार कांत के नेतृत्व में आये इस समूह में 10 लोग मौजूद थे।जन्मस्थान पर पहुंचे इस 10 सदस्यीय इस समूह में प्रान्त संघटन मंत्री कानपुर प्रान्त आलोक चतुर्वेदी, सूफी संत मस्त मलंग के कानपुर प्रांत संयोजक अरशद खान, इटावा की जिला संयोजक कोमल नेहा, सदस्य आसिफ जाफ़री, प्रयागराज से रेहाना खातून व मरियम खां मौजूद थी। इस अवसर पर सभी का स्वागत संस्थान के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुवेर्दी और विजय बहादुर सिंह ने पटुका पहनाकर किया।