आमतौर पर जब भी कोई सिलेब्रिटी विदेश जाता है तो इमिग्रेशन वालों के यही सवाल होते हैं कि वो कब तक रुकेंगे, या क्या काम है। फिल्ममेकर शेखर कपूर को भी अक्सर इसी तरह के सवालों से दो-चार होना पड़ता था लेकिन इस बार जब वह लंदन गए तो ऐसे सवालों के बजाय उन्हें मुबारकवाद सुनने को मिली। साथ में ऐसी बात सुनने को मिली जिससे उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उन्हें यह देखकर फख्र महसूस हुआ कि दुनिया में हमारे देश भारत के नाम का डंका किस कदर बज रहा है और कैसे पूरी दुनिया भारत को सलाम कर रही है।
दरअसल, शेखर कपूर हाल ही जब लंदन गए तो उनसे इमिग्रेशन ऑफिस ने उनके स्टे के बारे में सवाल-जवाब पूछने के बजाय बधाइयां दीं और कहा कि आप चांद पर पहुंच गए, बहुत शुभकामनाएं। शेखर कपूर ने यह वाकया अपने ट्विटर हैंडल यानी X पर शेयर किया है।
आपको मून लैंडिंग के लिए बधाई सर
शेखर कपूर ने लिखा है, ‘आज इमिग्रेशन अफसर ने यह सवाल नहीं पूछा कि सर आप यहां कितने दिनों तक रुकने वाले हैं बल्कि उसने कहा, आपके मून लैंडिंग पर बधाई हो सर।’
चांद पर भारत ने रचा इतिहास
मालूम हो कि भारत ने 23 अगस्त को चांद की सतह पर कदम रखकर इतिहास रच दिया। चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर सफल सॉफ्ट लैंडिग की। इसरो ने चंद्रयान-3 को 14 जुलाई 2023 में लॉन्च किया था। लॉन्चिंग के बाद यह पृथ्वी और चंद्रमा के चक्कर लगाता हुआ 23 अगस्त को चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल रहा था। इस तरह भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया, जिसने चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की। वहीं हमारा देश दुनिया के चौथा ऐसा देश है, जो सॉफ्ट लैंडिंग में एक्सपर्ट माने जाते हैं।
मासूम’ के सीक्वल पर काम, इसलिए लंदन गए शेखर कपूर
मालूम हो कि शेखर कपूर इन दिनों ‘मासूम’ के सीक्वल पर काम कर रहे हैं। उन्होंने इसी फिल्म से 1983 में बतौर निर्देशक डेब्यू किया था। फिर 1994 में आई फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ ने शेखर कपूर को दुनियाभर में लोकप्रिय बना दिया। इसी साल जुलाई में शेखर कपूर दो हफ्तों के लिए लंदन गए थे। कहा गया कि वह ‘मासूम’ के सीक्वल की कहानी फाइनल करने गए हैं। हालांकि इसे लेकर शेखर कपूर ने अभी तक कुछ नहीं कहा है। बताया जा रहा है कि सीक्वल का नाम Masoom: The New Generation है, जिसके लिए डायरेक्टर एक इंग्लिश म्यूजिक कंपोजर के साथ काम कर रहे हैं।
Compiled: up18 News