मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वो किसी भी हालत में पश्चिम बंगाल में नागरिकता (संशोधन) क़ानून, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) नहीं लागू होने देंगी.
वो कोलकाता के रेड रोड इलाक़े में ईद की नमाज़ के लिए जुटे लोगों को संबोधित कर रही थीं. उनके साथ तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी भी थे. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वो मौत से नहीं, मौत उनसे डरती है.
उन्होंने अल्पसंख्यकों से कहा कि अगर आप लोग एकजुट रहें, तो कोई अलग नहीं कर सकता.
ममता का कहना था, “हमने उनको वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया और अब वो हमारी नागरिकता पर सवाल उठा रहे हैं. बंगाल में हम लोग भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं. कांग्रेस और सीपीएम समेत किसी दूसरी पार्टी को एक भी वोट मत दें.”
उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों पर भी हमला बोला और कहा, “केंद्र ईडी और सीबीआई के हाथों सबको गिरफ़्तार करा रही है. इससे बेहतर है कि एक अलग जेल बना दें. लेकिन क्या आप देश के 130 करोड़ लोगों को जेल में डाल सकेंगे? हम रॉयल बंगाल टाइगर की तरह लड़ते हैं.”
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बीजेपी कुछ चुनिंदा मुस्लिम नेताओं को फ़ोन पर पूछ रही है कि आपको क्या चाहिए?
उन्होंने दोहराया कि वे समान नागरिक संहिता नहीं मानेंगी और यहाँ सीएए और एनआरसी भी लागू नहीं होने देंगी.
-एजेंसी