सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा कि पीपल के पत्ते का 10-15 दिन सेवन करने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या 99 परसेंट ठीक हो जाती है। दावे का सच जानने के लिए जब सर्च किया गया तो पता चला कि रिसर्च गेट वेबसाइट पर साल 2020 में छपी एक रिपोर्ट आई थी जिसमें बताया गया है कि पीपल के पत्ते और छाल का इस्तेमाल ह्रदय से जुड़ी बीमारियों में कारगर है, लेकिन ये कहीं नहीं लिखा है कि इससे 99 प्रतिशत तक हार्ट ब्लॉकेज की समस्या से निजात दिलाता है। इसके अलावा, हमें गूगल सर्च के दौरान ऐसा कोई वैज्ञानिक शोध या ट्रायल नहीं मिला, जिसमें इस दावे की पुष्टि होती हो।
बीएचयू में आयुर्वेद के कायचिकित्सा विभाग के डॉ विजय कुमार श्रीवास्तव ने पीपल के पत्ते से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या पूरी तरह से खत्म होने के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा, “ये जरूर है कि पीपल को हमारे यहां पवित्र स्थान दिया गया है। लेकिन आयुर्वेद में ऐसा कोई जिक्र नहीं है कि पीपल के पत्ते से हार्ट ब्लॉकेज का कारगार इलाज होता है। ह्रदय संबंधित किसी भी समस्या को लेकर डॉक्टर के उचित परामर्श करके ही औषधि का सेवन करना चाहिए।”
यह दावा विगत कई सालों से वायरल है
दावे का सच जानने के लिए एलोपैथ और आयुर्वेद दोनों ही पद्धतियों के विशेषज्ञों ने बताया कि पीपल का पत्ता एक एंटीऑक्सिडेंट जरूर है, लेकिन इसे हार्ट ब्लॉकेज में 99% कारगर मानकर पूरी तरह इसी से इलाज करना हानिकारक हो सकता है।
पीपल के पत्ते का इस्तेमाल ह्रदय संबंधी बीमारियों में एक वैकल्पिक दवा (Optional Medicine) के तौर पर तो होता है। लेकिन वायरल मैसेज में इसे जितना कारगर बताया गया है असल में ये उतना ज्यादा कारगर नहीं है। अगर परहेज का सख्ती से पालन हो तो वो हार्ट ब्लॉकेज को खत्म करने में इस काढ़े से ज्यादा कारगर है।
-एजेंसी