नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों में केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. ख़ासतौर पर बिहार और उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन हिंसक हो चुके हैं.
उत्तर प्रदेश और बिहार में कई वाहनों में आग लगा दी गई है. इन दोनों राज्यों में प्रदर्शन का यह लगातार तीसरा दिन है.
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले में कुछ लोग जमा होकर रेलवे स्टेशन में घुस गए और एक ट्रेन में तोड़-फोड़ की. इसके साथ ही रेलवे स्टेशन की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के बलिया ज़िले में प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया है.
शुक्रवार सुबह कई सारे छात्र बलिया स्टेशन पर आ पहुंचे और ट्रेनों में तोड़ फोड़ करने लगे. प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर खड़ी बलिया-सियालदह एक्सप्रेस और बलिया-लोकमान्य टर्मिनस एक्सप्रेस में तोड़फोड़ की.
ताज़ा जानकारी के मुताबिक़ भीड़ स्टेशन से शहर में पहुंच गयी है और कुछ जगहों पर पत्थरबाज़ी भी की है. पुलिस स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज और बल प्रयोग कर रही है.
मौके से आये वीडियो में प्रदर्शनकारी हाथ में डण्डे लिए प्लेटफार्म पर तोड़ फोड़ करते नज़र आ रहे हैं और पुलिस उन्हें दौड़ाते हुए दिख रही है. पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ने की कोशिश भी की. लेकिन इन कोशिशों के बावजूद वहां पर खड़े स्लीपर कोच में आग लगा दी गयी.
बलिया ज़िला मजिस्ट्रेट सौम्य अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को सुबह से फोर्स तैनात है, उपद्रवियों को डैमेज करने से रोक दिया गया है. पत्थरबाजी का प्रयास किया गया था. लड़कों पर कार्रवाई की जा रही है. अभी वीडियोग्राफी देखी जा रही है.
सोशल मीडिया पर कई ऐसे फ़ुटेज भी हैं जिसमें प्रदर्शन कर रहे कुछ लोग पुलिस वालों से वाद-विवाद कर रहे हैं. कुछ लोगों के हाथों में लाठियां भी नज़र आ रही हैं.
अभी तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक़ जम्मू तवी एक्सप्रेस में बिहार के मोहिउद्दीन नगर में आग लगा दी गई है.
इसके अलावा बिहार के लखीसराय जंक्शन में भी एक ट्रेन में आग लगा दी गई.
एक पुलिस वाले ने बताया कि ”उन्होंने मुझे वीडियो बनाने से रोका और मेरा फ़ोन छीन लिया. 4-5 कंपार्टमेंट्स प्रभावित हुए हैं. ट्रेन से यात्रियों को उतार दिया और वो वहाँ से चले गए.”
समस्तीपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगाई है.
लखीसराय थाना के SHO ने मीडिया को कहा कि विक्रमशिला एक्सप्रेस के 7-8 बोगियों में उपद्रवियों ने आग लगा दी और भी कुछ ट्रेनों में आग लगाई है. अभी दमकल के माध्यम से आग पर क़ाबू पाने की कोशिश जारी है, लेकिन हज़ारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने में मुश्किलें आ रही हैं.
बिहार और उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश और हरियाणा में भी प्रदर्शन हो रहे हैं. हरियाणा के पलवल ज़िले में कुछ जगहों से पत्थरबाज़ी की भी ख़बरें हैं.
राहुल गांधी प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट
इस योजना के ख़िलाफ़ विपक्ष के नेता भी काफी सक्रिय हैं और इसका विरोध कर रहे हैं.
24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा
मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है@narendramodi जी
इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए
एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए।
सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2022
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है- “24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा. मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए. एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए. सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए.”
अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा
कृषि कानून – किसानों ने नकारा
नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा
GST – व्यापारियों ने नकारा
देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्यूंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 17, 2022
राहुल गांधी ने भी इस योजना के विरोध में ट्वीट किया है. उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी की सरकार जो भी योजना लेकर आई है, उसे जनता ने स्वीकार नहीं किया. उन्होंने लिखा है- “अग्निपथ – नौजवानों ने नकारा, कृषि कानून – किसानों ने नकारा, नोटबंदी – अर्थशास्त्रियों ने नकारा, जीएसटी- व्यापारियों ने नकारा. देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्योंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज़ के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता.”
क्या है’अग्निपथ योजना’ जिसका हो रहा है विरोध
भारतीय सेना के तीनों प्रमुखों ने सेना में छोटी अवधि की नियुक्तियों को लेकर ‘अग्निपथ’ नीति की घोषणा की गई है. इस योजना के तहत भर्ती होने की उम्र 17 साल से 21 साल के बीच होनी चाहिए. शैक्षणिक योग्यता 10वीं या 12वीं पास होनी चाहिए. ये नौकरी सिर्फ चार साल के लिए होगी.
चार साल बाद सेवाकाल में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन होगा और 25 प्रतिशत लोगों को नियमित किया जाएगा. पहले साल की सैलरी प्रति महीने 30 हजार होगी और चौथे साल में 40 हजार रुपये प्रति महीना मिलेंगे.
अग्निपथ योजना के तहत 90 दिनों के अंदर करीब 40 हजार युवकों का चयन किया जाएगा जिसके बाद 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी.
-एजेंसियां
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