अमेरिका के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे को भारत में 630 करोड़ रुपये का फटका लगा है। बफे ने पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने 2018 में पेटीएम में 2.6 परसेंट हिस्सेदारी 2,200 करोड़ रुपये में खरीदी थी। यह सौदा तब 10 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर हुआ था। यह बफे का भारत में एकमात्र निवेश था।
बर्कशायर ने 17,027,130 शेयर 1279.70 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदे थे। इसमें से कुछ शेयर उसने 2021 में आए पेटीएम के आईपीओ के जरिए बेच दिए थे। शुक्रवार को बर्कशायर हैथवे ने अपनी सहयोगी कंपनी बीएच इंटरनेशनल होल्डिंग्स के जरिए पेटीएम में अपनी पूरी हिस्सेदारी (15,623,529 शेयर) 877.2 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बेच दी।
यह डील ओपन मार्केट ट्रांजैक्शन के जरिए हुई और इससे बर्कशायर को 1,371 करोड़ रुपये मिले। इस तरह बफे की कंपनी को करीब 630 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ है। फरवरी में वन 97 कम्युनिकेशंस शेयर बायबैक प्रोग्राम लाई थी। तब उसके 546 रुपये के भाव पर 1.55 करोड़ से अधिक शेयर खरीदे थे। उसके बाद से कंपनी के शेयरों की कीमत में 68 परसेंट तेजी आई है। 20 अक्टूबर को यह 21 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचे थे। शुक्रवार को कंपनी के शेयर एनएसई पर करीब तीन फीसदी गिरावट के साथ 895 रुपये पर बंद हुआ।
पेटीएम का आईपीओ
पेटीएम की पेरेंट कंपनी का दूसरी तिमाही में घाटा कम हुआ है। एक साल पहले यह 572 करोड़ रुपये था जो अब 292 करोड़ रुपये रह गया है। इस दौरान कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू भी 32 परसेंट की तेजी के साथ 2,519 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,914 करोड़ रुपये रहा था। वन 97 कम्युनिकेशंस का 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ नवंबर 2021 में खुला था। इसका इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था लेकिन यह कभी भी उसके आसपास नहीं पहुंच पाया।
Compiled: up18 News