अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसराइली बंधकों को लेकर हुई डील पर कहा है कि वह इस बात से ‘काफ़ी ज़्यादा संतुष्ट हैं. कि हफ्तों तक बंधक रहे ये लोग आखिरकार अपने परिवार से मिलेंगे.’
बाइडन ने क़तर और मिस्र की ओर से इस डील तक पहुंचने में निभायी गई मुख्य भूमिका पर उनका शुक्रिया अदा किया है.
उन्होंने ये भी कहा कि वह युद्ध में विराम का समर्थन करने के लिए इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू की ‘प्रतिबद्धता’ की सराहना करते हैं.
बाइडन ने ज़ोर देते हुए कहा- “ये ज़रूरी है कि डील के सभी पहलू पूरी तरह से लागू किए जाएं.”
इस डील में अमेरिका ने सबसे अहम भूमिका निभायी है और साथ ही क़तर और मिस्र ने भी मध्यस्थता की है.
इसराइल और हमास के बीच क्या डील हुई
सात अक्टूबर से हमास के कब्ज़े वाले इसराइली बंधकों को लेकर बहुप्रतीक्षित डील हो गई है. शुरूआती चरण में 50 बंधकों जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं उन्हें छोड़ा जाएगा और इसके बदले में चार दिन तक का अस्थायी युद्ध विराम होगा.
इसके अलावा डील में ये भी कहा गया है कि हर अतिरिक्त 10 बंधकों को रिहा करने के बदले एक दिन का अतिरिक्त युद्ध विराम मिलेगा.
हालांकि इसराइली सरकार का कहना है कि इसराइली सेना और सिक्योरिटी सर्विस सभी बंधकों की घर वापसी होने तक और हमास का पूरा सफ़ाया करने तक युद्ध जारी रखेंगी. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ग़ज़ा से इसराइल को आगे कोई नया ख़तरा ना हो.
हमास ने कहा 150 फ़लस्तीनी छोड़े जाएंगे
अब इस समझौते को लेकर हमास ने भी बयान जारी कर बताया है कि 50 इसराइली बंधकों के बदले इसराइल की जेलों में बंद 150 फ़लस्तीनी महिलाओं और बच्चों को रिहा किया जाएगा.
इस डील के तहत मानवीय मदद, ज़रूरी दवाएं और ईंधन से भरे सैकड़ों ट्रकों को ग़ज़ा में प्रवेश मिलेगा.हमास के बयान में कहा गया है कि चार दिनों के युद्ध विराम में इसराइल ना तो कोई हमले करेगा और ना ही किसी को गिरफ्तार करेगा.
चार दिनों तक अस्थायी युद्ध विराम के दौरान, दक्षिणी ग़ज़ा में एयर ट्रैफ़िक पूरी तरह से बंद रहेगा और उत्तरी ग़ज़ा में भी हर दिन छह घंटे तक, स्थानीय समयानुसार सुबह 10:00 बजे से शाम 16:00 बजे तक इसे रोका जाएगा.
Compiled: up18 News