अमेरिकी राष्ट्रपति बोले, दुनिया के सबसे ख़तरनाक देशों में से एक है पाकिस्तान

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बाइडन के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद एक ओर जहां कई देशों में दक्षिणपंथी सरकारें आईं हैं, वहीं कई देशों के अमेरिका के साथ रिश्तों में तनाव है.

फ़ंड जुटाने के कार्यक्रम में राष्ट्रपति बाइडन ने दुनिया भर में लोकतंत्र के ख़तरे और बढ़ती निरंकुशता पर भी अपनी बात कही.

लॉस एंजिलिस में बोलते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाइडन पाकिस्तान को निशाने पर लिया. बाइडन ने पाकिस्तान को दुनिया के सबसे ख़तरनाक देशों में से एक बताया. बाइडन ने कहा, ”मुझे लगता है कि शायद पाकिस्तान दुनिया के सबसे ख़तरनाक देशों में से एक है. एक ग़ैर-ज़िम्मेदार देश के पास परमाणु हथियार है.”

अमेरिकी राष्ट्रपति जब भीड़ के सामने यह बात कह रहे थे तो वहाँ टेलीविजन वैज्ञानिक बिल नाए और फ़ैशन डिज़ायनर टॉम फोर्ड भी मौजूद थे.

बाइडन ने और क्या-क्या कहा

बाइडन ने कहा, ”दुनिया बदल रही है. बहुत तेज़ी से बदल रही है. यह स्थिति नियंत्रण से बाहर की है. ऐसा किसी एक व्यक्ति और एक देश की वजह से नहीं है. आप अमेरिकी देशों के संगठनों को देखिए कि यहां क्या हो रहा है. नेटो के लिहाज़ से भी देखें तो पता चलता है कि क्या घटित हो रहा है. हर कोई अपनी दुनिया में अपनी जगह को लेकर फिर से सोच रहा है. हर कोई अपनी साझेदारी और सहयोग को लेकर फिर से सोच रहा है.”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ”अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देखने के लिए बहुत कुछ है. एक साथ कई चीज़ें हो रही हैं. हम उस स्थिति में हैं, जहाँ तकनीक ने चीज़ों में भयावह तब्दीली लाई है. दुनिया भर की राजनीति में व्यापक बदलाव आया है. लोगों तक सच्चाई कैसे पहुँच रही है?”

“लोग फ़ैक्ट और फ़िक्शन में कैसे फ़र्क़ कर पा रहे हैं. कई चीज़ें एक साथ चल रही हैं. हम इन सबके बीच में हैं. दुनिया हमलोग की तरफ़ देख रही है. यहाँ तक कि दुश्मन भी हमलोग की ओर देख रहे हैं कि इनका सामना हम कैसे करते हैं.”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ”हमारे स्टाफ़ ने गिनती कर बताया था कि वो नेटो और यूरोपियन यूनियन के सदस्य देशों के प्रमुखों के साथ 225 घंटों तक सीधे संपर्क में रहा था. पुतिन ने नेटो में विभाजन पैदा करने की कोशिश की. आप देखिए कि नेटो के पूर्वी मोर्चे पर क्या हुआ? आप देखिए कि पोलैंड अभी क्या कर रहा है. पोलैंड जुड़ा रहा. लेकिन हंगरी के साथ क्या हुआ? आप देखें कि हाल ही में स्पेन और इटली में क्या हुआ.”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ”1946 के बाद दुनिया में शांति बनी रही. आज की दुनिया बदली हुई है. अभी की दुनिया बिल्कुल अलग है. आपमें से किसी ने कभी सोचा होगा कि क्यूबा मिसाइल संकट के बाद एक रूसी नेता परमाणु हथियारों को लेकर रणनीतिक रूप से धमकी दे रहा है. क्या किसी ने सोचा होगा कि हम उस स्थिति में होंगे जब रूस, भारत और पाकिस्तान के मामले में चीन अपनी भूमिका तय करने की कोशिश करेगा?”

बाइडन ने कहा, ”अमेरिका और पूरी दुनिया में जितना लंबा समय मैंने शी जिनपिंग के साथ बिताया है, उतना किसी व्यक्ति ने नहीं बिताया. मैंने उनके साथ 78 घंटे गुज़ारे हैं. 68 घंटे तो पिछले 10 सालों में. बराक ओबामा ने मुझे ही यह ज़िम्मेदारी सौंपी थी. मैंने शी जिनपिंग के साथ 17,000 मील की यात्रा की है.”

“इस व्यक्ति को पता है कि वह क्या चाहता है लेकिन इसके साथ ही विशाल समस्या भी है. हमें इसे कैसे हैंडल करना है? रूस में जो कुछ चल रहा है, उसे कैसे हैंडल करना है? और मुझे लगता है कि शायद दुनिया का सबसे ख़तरनाक देश पाकिस्तान है. एक ग़ैर-ज़िम्मेदार देश के पास परमाणु हथियार है.”

-एजेंसी