अमेरिका अंतत: पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करने में सफल

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अमेरिका की वायुसेना ने 3 बार असफल प्रयासों के बाद अंतत: पहली बार हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करने में सफलता हासिल की है। अमेरिका की वायुसेना ने कहा कि उसने एक AGM-183A हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। हवा में किए गए इस मिसाइल परीक्षण को अमेरिका ने B-52H स्‍ट्रेटोफोर्टरेस महाविनाशक बॉम्‍बर से अंजाम दिया है।

अमेरिकी वायुसेना ने इस मिसाइल टेस्‍ट को ऐसे समय पर अंजाम दिया है जब यूक्रेन युद्ध में रूस हाइपरसोनिक मिसाइलें दागकर दुनिया को दहशत में डाल दिया है।

अमेरिका को यह सफलता ऐसे समय पर मिली है जब उसके पिछले 3 परीक्षण असफल हो गए थे और इस पूरे कार्यक्रम के भविष्‍य पर सवालिया निशान लगने लगे थे। अमेरिकी वायुसेना ने बताया कि इस परीक्षण को 14 मई को अंजाम दिया गया है। वायुसेना ने बताया कि इस परीक्षण को दक्षिण कैलिफोर्निया के तट पर प्रशांत महासागर के ऊपर अंजाम दिया गया है। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने हाइपरसोनिक हासिल की। अमेरिकी वायुसेना ने इस परीक्षण के बारे में और ज्‍यादा जानकारी नहीं दी है।

चीन और रूस की बढ़त से घबराया अमेरिका

एयरफोर्स के अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल हीथ कोलिंस ने कहा कि यह हाइपरसोनिक मिसाइलों पर काम कर रही टीम और वायुसेना के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस मिसाइल में बूस्‍टर रॉकेट लगा है जो मिसाइल को 5 मैक से ज्‍यादा की गति देता है। हाइपरसोनिक मिसाइलों के मामले में चीन और रूस के साथ प्रतिस्‍पर्द्धा में पिछड़ने पर अमेरिकी सांसदों ने चिंता जताई थी। इसके बाद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस ‘ब्रह्मास्‍त्र’ के निर्माण पर अपना पूरा फोकस लगा दिया है।

दरअसल, हाइपरसोनिक मिसाइलों की स्‍पीड इतनी ज्‍यादा है कि दुनिया का कोई भी एयर डिफेंस सिस्‍टम इसे रोक पाने में सक्षम नहीं है। चीन ने पिछले दिनों एक ऐसी हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया था जिसने पूरे धरती का चक्‍कर लगाने के बाद अपने लक्ष्‍य को तबाह किया था।

हाल ही में रूस दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया था जिसने यूक्रेन युद्ध में हाइपरसोनिक मिसाइलों का जमकर इस्‍तेमाल किया है। पेंटागन की रिपोर्ट है कि रूस ने यूक्रेन में 10 से 12 हाइपरसोनिक मिसाइलों को दागा है।

-एजेंसियां