केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, भारत कच्चे तेल के आयात में विविधता लाएगा

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केंद्रीय मंत्री का यह बयान पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और इसके सहयोगियों द्वारा अचानक उत्पादन में कटौती करने के बाद आया है.

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने जीईओ इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह उनका (ओपेक) का संप्रभु अधिकार है कि वो क्या करना चाहते हैं लेकिन ठीक उसी तरह मेरा काम उन चुनौतियों को सामने लाना जिनके परिणाम हमारे अनुकूल या विपरीत हो सकते हैं. भारत ऐसी स्थिति से पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकता है.”

उन्होंने कहा, “हम किसी तरह की कमी नहीं आने देंगे. सरकार ऊर्जा सुरक्षा पुख्ता करने और इसे किफायती बनाए रखने के लिए सब कुछ करेगी.”

हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उत्पादन में कमी की वजह से भारत जैसे बड़े आयातकों पर बुरा असर पड़ेगा. भारत ने बीते साल पेट्रोलियम उत्पादों के आयात में 120 अरब डॉलर खर्च किए थे.

भारत अपनी ऊर्जा ज़रूरतों का 85 फ़ीसदी हिस्सा विदेशों से आयात करता है और आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देने के लिए इसकी ऊर्जा मांगों में बढ़ोतरी होना तय है.

पुरी ने कहा, “हमने पहले ही थोड़ी विविधता लाई है और आगे भी ऐसा करेंगे. बहुत से स्रोत हैं और हम एक्शन लेने में बिल्कुल भी संकोच नहीं करेंगे.”

उन्होंने यह भी कहा कि उत्पादन में कमी लाकर ओपेक और उत्पादक भले ही अभी मुनाफा कमा लें लेकिन आने वाले समय में यह दुनिया को मंदी की ओर भी धकेल सकता है.

पुरी ने कहा कि स्थिति जैसी भी होगी भारत उसमें पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा.

-एजेंसी