इसके बाद से ही चिराग पासवान के बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन एनडीए में जाने की चर्चा और तेज़ हो गई है.
चिराग पासवान से मिलने के बाद नित्यानंद राय ने कहा, “ये घर हमारा पुराना घर है. इस घर से मेरा संबंध अटूट है, आगे भी रहेगा. जब हमलोग मिलते हैं तो अच्छी बात होती है. राम विलास पासवान और भाजपा ने हमेशा अपने काम से लोगों को ख़ुश करने का ही काम किया.”
लोजपा के साथ फिर से सुलह के सवालों पर नित्यानंद राय ने कहा, “हम लोगों की बात बिगड़ी कब थी जो अब बनने का सवाल किया जा रहा है.”
नित्यानंद राय ने विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि महागठबंधन प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता से घबरा गया है.
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री की लोकप्रियता और काम से घबराकर आपस में मेल-मिलाप भी कर रहे हैं और टकरा भी रहे हैं. महागठबंधन का एक सिर दूसरे सिर से ऐसे टकरा रहा है कि आप सब देख रहे होंगे. न वहां कोई नीति है, न कोई नेता है. नीति, सेवा, काम, विकास, देश के प्रति दायित्व कैसे निभाना है, प्रधानमंत्री जी से इन लोगों को सीखना चाहिए. नेता उधर एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं. और देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी जी को तीसरी बार जीताने के लिए एकजुट हो चुकी है.”
Compiled: up18 News