लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा, ‘जब मैंने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा और जीता तो हमसे भी राय लेनी चाहिए। अगर मेरा सुझाव माना गया होता और उन 100 प्रत्याशियों को टिकट दिया गया होता, जिनका सुझाव हमने एक साल पहले दिया था तो आज समाजवादी पार्टी की स्थिति ही कुछ और होती।’ उन्होंने अखिलेश यादव की राजनीतिक अपरिपक्वता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हमें समाजवादी पार्टी की तरफ कभी भी किसी मीटिंग में नहीं बुलाया गया। परसों भी यशवंत सिन्हा यहां थे लेकिन नहीं बुलाया गया। राजनीतिक अपरिपक्वता की कमी होने के कारण ये सब होता चला जा रहा है और पार्टी कमजोर हो रही है। लोग पार्टी को छोड़ रहे हैं।’
शिवपाल ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा, ‘कल मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाया तो मैं वहां गया। द्रौपदी मुर्मू के साथ मेरी मुलाकात हुई। मैं मुख्यमंत्री जी से मिला। उन्होंने मुझसे अच्छे तरीके से बात की।’ पिछले दिनों शिवपाल ने कहा था कि हम जिसे वोट देंगे, वही राष्ट्रपति बनेगा। इसके बाद से ही लगने लगा था कि वे एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में जाने वाले हैं। शुक्रवार की शाम मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर उन्होंने इस संशय से पर्दा हटा दिया।
सुभासपा चीफ राजभर के तेवर भी गरम हैं। वह लगातार अखिलेश को चुनौती देते हुए एसी कमरे से निकलने की नसीहत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश किस विपक्षी एकता की बात करते हैं। पहले अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव का वोट यशवंत सिन्हा को दिला कर दिखाएं। दूसरे विपक्षी दलों की बात तो दूर की है। शिवपाल समाजवादी पार्टी से ही विधायक हैं
समाजवादी पार्टी को राष्ट्रपति चुनाव में जोर का झटका लगा है। अखिलेश यादव के अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव और मुख्य सहयोगी सुभासपा के मुखिया ओमप्रकाश राजभर भी अब साथ छोड़ते नजर आ रहे हैं। दोनों ही नेता राष्ट्रपति पद के लिए बीजेपी नीत NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर डिनर में पहुंचे। अब शिवपाल ने इशारों में अखिलेश पर निशाना साधा है।
-एजेंसियां