जहरीली शराब पीकर मरने वालों पर नीतीश कुमार ने आज फिर दिया बयान

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मुआवजे के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, “मत पियो… मरोगे… इसका तो हम और ज़्यादा प्रचार करते हैं. दारू पीकर मर जाएगा तो उसको हम लोग कम्पनशेशन देंगे? सवाल ही नहीं पैदा होता है, ये कभी मत सोचिए. अगर यही करना है तो सब मिलकर तय कर लीजिए खूब कहिए कि शराब पियो. ये सब बात ठीक नहीं है. पिएगा, गड़बड़ पिएगा तो मरेगा. इसलिए इस बात का ध्यान रखिए.”

विपक्ष को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “हम इसका आग्रह करेंगे. ये कैसे होगा. कम्युनिस्ट पार्टी भी आख़िर इसके पक्ष में है, शराब के सख़्त ख़िलाफ़ है. इसलिए ई सब चीज़ का ध्यान रखिए. आप लोग तो मान लीजिए कि नए हैं, हम लोग का रिश्ता आज का नहीं है, बहुत पुराना रिश्ता है. हम लोग सोशलिस्ट हैं, कम्युनिस्ट हैं. सबका रिश्ता कितना है. हम आपको ऐसे ही बता दिए कि जब हम पार्लियामेंट का चुनाव लड़ते थे तो पार्टियां साथ नहीं थीं लेकिन सीपीआई-सीपीएम के लोग हमारी मदद करते थे. इतना ज़्यादा हमारा संबंध है, ई आज का है जी…”

अन्य राज्यों में ज़हरीली शराब के मरने वालों के आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “जरा बताइए कि बिहार में ज़हरीली शराब से पीने वालों की संख्या जब शराबबंदी लागू नहीं था तब भी… आज भी उसकी संख्या कम है. दूसरी जगह खूब ज़हरीली शराब जहां शराबबंदी लागू नहीं है, वहां भी लोग ज़हरीली शराब पीकर मर रहे हैं. टॉप पर है मध्य प्रदेश. कहां नहीं है… यूपी. सब जगह का देख लीजिए हिसाब-किताब. बात ये है कि ज़हरीली शराब पीकर लोग मर गए. हम लोग तो इस बात का खूब प्रचार कर रहे हैं कि पियोगे, मरोगे…

अब इसी बात को दूसरे रूप में बताया जा रहा है. जब लोग इस तरह से मरते हैं, तो दूसरी जगहों के बारे में क्यों नहीं छापे जाते हैं. अब तो हम आपको बता रहे हैं कि अब तो हम एक बार फिर हर जगह जाकर कहेंगे कि अगर शराब के पक्ष में कोई बोल रहा है तो आप याद रखिए कि ये कभी आपके हित में नहीं जाएगा. उल्टा काम है.”

गुजरात के मोरबी में हुई पुल दुर्घटना का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, “कोई विकास काम हो रहा है. जिस राज्य में पुल गिर गया, कितनी बड़ी संख्या में लोग मरे. गुजरात में हुआ था. बस एक दिन अख़बार में छपा. बंगाल में घटना घटी तो कि कितने दिनों तक बात चलती रही. गंदगी होगी तो दूसरा जगह नहीं छपेगा.”

Compiled: up18 News