आसनसोल के CBI विशेष कोर्ट के न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती को धमकी भरा पत्र मिला है। न्यायाधीश ने खुद बताया है कि उनको पत्र भेजकर धमकी दी गई है। कहा गया है कि यदि TMC नेता अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं दी तो पूरे परिवार को एनडीपीएस एक्ट में फंसा दिया जाएगा।
न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने इस धमकी भरे पत्र से जिला जज और कलकत्ता हाई कोर्ट को अवगत कराया है। भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने उनके इस पत्र को ट्वीट कर सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि सीएम ममता बनर्जी बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल को उनकी गिरफ्तारी के बाद भी बचाती रही हैं।
24 अगस्त को अनुब्रत की आसनसोल कोर्ट में पेशी है
बता दें कि टीएमसी बीरभूम के जिलाध्यक्ष व बाहुबली नेता अनुब्रत मंडल को CBI ने मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार किया है। वे अभी रिमांड पर हैं। CBI लगातार उनके व रिश्तेदारों की काली कमाई के बारे में खुलासा कर रही है। सीबीआइ की हिरासत में चल रहे अनुब्रत को 24 अगस्त को आसनसोल अदालत में पेश किया जाना है। लेकिन उससे पहले ही अनुब्रत की जमानत के लिए एक धमकी भरा पत्र CBI की स्पेशल कोर्ट के जज के पास पहुंचा।
20 अगस्त को मिले धमकी भरे पत्र के बाद हडकंप
तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं मिली तो ड्रग केस में आपको व पूरे परिवार को फंसा दिया जायेगा। CBI स्पेशल कोर्ट के जज को ऐसी धमकी भरे पत्र मिलने बाद से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। आसनसोल में विशेष CBI अदालत के न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें 20 अगस्त को धमकी भरा पत्र मिला था। उन्होंने मामले की जानकारी सोमवार को जिला जज सुनिरमल दत्ता को दी।
कलकत्ता हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को भी इसकी जानकारी दी गई। जज ने पत्र में कहा कि उन्हें और उनके परिवार को ‘एनडीपीएस केस’ यानी ड्रग केस में फंसाने की धमकी दी गई है।
जज को दिये गये पत्र में किसी बाप्पा चटर्जी का नाम है, जो खुद को पूर्व बर्द्धमान जिला कोर्ट का क्लर्क और कर्मी यूनियन का नेता बताते हुए अनुब्रत को जमानत देने के लिए धमकी दे रहा है ।
-एजेंसी